दिवाली के बाद जहरीली हुई हवा: दिल्ली-नोएडा में सांस लेना हुआ मुश्किल, देहरादून-नैनीताल भी प्रदूषण की चपेट में

धुएं की चादर में लिपटी दिल्ली, सांस लेना हुआ कठिन; अब पहाड़ों की ताजी हवा भी नहीं रही शुद्ध

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  • दिवाली की रात भारी आतिशबाज़ी से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण चरम पर।
  • आनंद विहार, द्वारका, वजीरपुर और अशोक विहार में AQI 400 से अधिक।
  • देहरादून में AQI 218 और नैनीताल में 164 दर्ज, हवा हुई सांस लेने लायक नहीं।
  • सुप्रीम कोर्ट ने हरित पटाखों की इजाजत दी थी, अब हालात “गंभीर” श्रेणी में।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर:
दिवाली की रात जमकर हुई आतिशबाज़ी के बाद दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। राजधानी में मंगलवार सुबह कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के पार दर्ज किया गया, जिससे लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया है। आनंद विहार, वजीरपुर, द्वारका और अशोक विहार में हवा की स्थिति “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार में AQI 453, वजीरपुर में 423, द्वारका में 417 और अशोक विहार में 404 दर्ज किया गया। दिल्ली के अधिकतर क्षेत्रों में सुबह से ही स्मॉग की परत छाई हुई है।

नोएडा और आसपास के इलाके भी प्रभावित
दिल्ली की तरह नोएडा और गाजियाबाद में भी प्रदूषण का स्तर बढ़कर “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच गया है। नोएडा में एक्यूआई 350 से ऊपर दर्ज हुआ, जबकि गाजियाबाद में भी हवा की गुणवत्ता तेजी से गिर रही है।

जहरीली हवा

AQI रिपोर्ट — सुबह 6 बजे का डेटा
निगरानी स्टेशन / जगह AQI (सुबह 6 बजे) स्थिति
वजीरपुर 408 गंभीर
जगह (जहांगीरपुरी) 404 गंभीर
अशोक विहार 386 बहुत खराब
आनंद विहार 348 बहुत खराब
पंजाबी बाग 375 बहुत खराब
RK पुरम 369 बहुत खराब
मुंडका 357 बहुत खराब
नरेला 354 बहुत खराब
आया नगर 349 बहुत खराब
ITO 345 बहुत खराब

 

अब पहाड़ों की हवा भी बिगड़ी

दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों की हवा भी प्रदूषित हो रही है। नैनीताल में AQI 164 और देहरादून में 218 तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड और हवा की कमी के कारण प्रदूषण और बढ़ सकता है।

क्या कहता है AQI पैमाना
एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार —

0–50: अच्छा

51–100: संतोषजनक

101–200: मध्यम

201–300: खराब

301–400: बहुत खराब

401–500: गंभीर

वर्तमान स्थिति के मुताबिक, दिल्ली में अधिकांश निगरानी स्टेशनों पर हवा “बहुत खराब” से “गंभीर” श्रेणी में है।

पृष्ठभूमि
15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में शर्तों के साथ हरित पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल की अनुमति दी थी। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली की आतिशबाज़ी ने प्रदूषण के स्तर को कई गुना बढ़ा दिया है, और आने वाले 48 घंटे में हालात और बिगड़ सकते हैं।

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