केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया जीएसटी बचत उत्सव का महत्व

गांधी पार्क मार्केट में 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान' के लाभों से कराया जनता को परिचित

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  • केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर के गांधी पार्क मार्केट का दौरा किया।
  • उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान’ में भाग लिया और जीएसटी बचत उत्सव के लाभ बताए।
  • सिंधिया ने जनता से ‘वोकल फॉर लोकल’ के संकल्प को मजबूत करने की अपील की।

समग्र समाचार सेवा
अशोकनगर, 11 अक्टूबर: केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को अशोकनगर में गांधी पार्क मेन मार्केट का औचक दौरा कर आम जनता और व्यापारियों से सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान’ में सक्रिय रूप से भाग लिया और हाल ही में घोषित जीएसटी बचत उत्सव के व्यापक लाभों से लोगों को परिचित कराया। उनका यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के केंद्र सरकार के प्रयासों को दर्शाता है।

जीएसटी बचत उत्सव: प्रधानमंत्री का सीधा तोहफा

अपने संबोधन की शुरुआत में, सिंधिया ने स्पष्ट किया कि जीएसटी बचत उत्सव महज एक सरकारी योजना नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के नागरिकों को दिया गया सीधा उपहार है। उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरों में कटौती का उद्देश्य आम आदमी की जेब पर बोझ कम करना और त्योहारी सीजन में क्रय शक्ति को बढ़ाना था। सिंधिया ने कहा, “जब हमारी माताओं और बहनों के लिए साबुन, शैम्पू और रसोई के अन्य आवश्यक सामान सस्ते होते हैं, तो यह सीधे उनके परिवार की बचत को बढ़ाता है। यही प्रधानमंत्री जी की जनकल्याण की सच्ची भावना है।” उन्होंने व्यापारियों को भी जीएसटी कटौती के लाभ ईमानदारी से उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए प्रेरित किया।

रिकॉर्ड खरीदारी से अर्थव्यवस्था को मिला संबल

केंद्रीय मंत्री ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि जीएसटी बचत उत्सव लागू होने के बाद त्योहारी सीजन में देश में रिकॉर्ड खरीदारी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा न केवल देश की बढ़ती आर्थिक शक्ति को दर्शाता है, बल्कि आम आदमी की जेब को मिली वास्तविक राहत का भी प्रमाण है। उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई मांग से छोटे और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को सीधा लाभ मिला है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोज़गार के नए अवसर पैदा हुए हैं।

‘वोकल फॉर लोकल’ से बनेगा सही मायने में आत्मनिर्भर भारत

सिंधिया ने ‘वोकल फॉर लोकल’ (स्थानीय के लिए मुखर) के संकल्प को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अशोकनगर की जनता से अपील की कि वे इस आर्थिक शक्ति का बुद्धिमानी से उपयोग करें और अपने पैसे को स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी में निवेश करें। उन्होंने कहा, “जब आप एक दीया या एक हस्तशिल्प खरीदते हैं, तो आपका पैसा किसी बड़े कॉर्पोरेट घराने के पास नहीं जाता, बल्कि यह हमारे देश के कारीगरों, बुनकरों और छोटे व्यापारियों के घरों तक पहुँचता है। यही वह चक्र है जो हमारे भारत को सही मायने में आत्मनिर्भर बनाएगा।” उन्होंने गांधी पार्क मार्केट में स्थानीय दुकानदारों से उनके उत्पादों के बारे में जानकारी ली और खुद भी कुछ स्वदेशी उत्पाद खरीदे।

सरकारी योजनाओं का हुआ सीधा संवाद

अभियान के दौरान, सिंधिया ने कई नागरिकों के साथ व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और उनसे केंद्र सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं, जैसे मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और आयुष्मान भारत के तहत मिले लाभों के बारे में पूछा। उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान’ स्टॉल पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि हर योग्य नागरिक को योजनाओं का लाभ मिले और किसी भी प्रकार की बाधा न आए। सिंधिया का यह दौरा न केवल एक राजनीतिक गतिविधि थी, बल्कि यह सरकार और जनता के बीच सीधा पुल बनाने का एक प्रयास भी था, जिसका उद्देश्य समावेशी विकास को गति देना है। उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को भी जनता के बीच जाकर सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार की ज़िम्मेदारी सौंपी। सिंधिया ने विश्वास जताया कि जीएसटी बचत उत्सव और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे प्रयास देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।

 

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