बिहार चुनाव NDA सीट बंटवारा: चिराग पासवान ने कहा- जल्द होगा ऐलान
नित्यानंद राय से चौथी मुलाकात के बाद लोजपा (रा) अध्यक्ष का सकारात्मक संकेत; सम्मानजनक समझौते पर बनी सहमति
- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा के बाद, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और भाजपा नेता नित्यानंद राय के बीच 24 घंटों में चौथी मुलाकात हुई।
- मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि गठबंधन के भीतर बातचीत सकारात्मक माहौल में अंतिम चरण में है और सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा बहुत जल्द की जाएगी।
- सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने लोजपा (रामविलास) की कुछ प्रमुख मांगों पर सहमति जता दी है, जिससे हाजीपुर, समस्तीपुर और जमुई जैसे प्रभाव वाले क्षेत्रों में पर्याप्त सीटें मिलने की संभावना है।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान अब अंतिम चरण में पहुँच गई है। शुक्रवार को नई दिल्ली में हुए राजनीतिक घटनाक्रमों ने इस ओर स्पष्ट इशारा किया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के बीच पिछले 24 घंटों में चौथी मुलाकात हुई, जिसके बाद सकारात्मक माहौल बनने का संकेत मिला है।
दिल्ली स्थित चिराग पासवान के आवास पर यह अहम बैठक करीब आधे घंटे तक चली। माना जा रहा है कि इस बैठक में सीट शेयरिंग के उन ‘मिनट मुद्दों’ पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जो अब तक गतिरोध पैदा कर रहे थे।
चिराग पासवान का बड़ा बयान
चौथी मुलाकात के तुरंत बाद मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने गठबंधन की एकजुटता को लेकर आश्वस्त किया। उन्होंने कहा, “गठबंधन के भीतर सम्मानजनक और सकारात्मक माहौल में बातचीत चल रही है। बातचीत अब अंतिम चरण में है। हम सीटों, उम्मीदवारों और प्रचार-प्रसार से जुड़े सभी छोटे-छोटे मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं।”
पासवान ने स्पष्ट किया कि, “बहुत जल्द सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा की जाएगी।” चिराग के इस बयान को बिहार के सियासी गलियारों में एक निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि भाजपा ने अब लोजपा (रामविलास) को उसकी अपेक्षित संख्या और सम्मानजनक सीटें देने पर लगभग सहमति जता दी है।
राय पर थी चिराग को मनाने की ज़िम्मेदारी
सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस संवेदनशील मुद्दे को सुलझाने की पूरी जिम्मेदारी बिहार से आने वाले वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय को सौंपी थी। राय ने लगातार मुलाकातों के माध्यम से चिराग पासवान के साथ विश्वास बहाली का प्रयास किया।
गुरुवार को भी नित्यानंद राय ने दो बार चिराग के आवास का दौरा किया था, लेकिन तब बातचीत बेनतीजा रही थी। बाद में देर शाम भाजपा के बिहार प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी चर्चा में शामिल हुए थे। प्रधान और राय की उपस्थिति में करीब 25 मिनट तक तीनों नेताओं के बीच चली बातचीत ने डील की नींव तैयार की थी, जिसे शुक्रवार की मुलाकात में अंतिम रूप दिया गया।
लोजपा (रा) की प्रमुख मांगें हुई स्वीकार
सूत्रों की मानें तो भाजपा ने लोजपा (रामविलास) की कुछ प्रमुख मांगों को मानने पर सहमति जता दी है। चिराग पासवान की पार्टी को उन इलाकों में पर्याप्त सीटें मिलने की संभावना है, जहां उनका और उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान का पारंपरिक प्रभाव रहा है। इनमें मुख्य रूप से हाजीपुर, समस्तीपुर, जमुई, वैशाली और खगड़िया जैसे निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।
भाजपा को उम्मीद है कि चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा (रा) के साथ सम्मानजनक समझौता हो जाने से एनडीए गठबंधन चुनाव से पहले पूरी तरह एकजुट होकर मैदान में उतरेगा, जिससे महागठबंधन को कड़ी चुनौती दी जा सकेगी। चिराग के साथ समझौते को फाइनल करने का श्रेय नित्यानंद राय की लगातार मध्यस्थता और शीर्ष नेतृत्व के लचीलेपन को दिया जा रहा है। अब सभी की निगाहें सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा पर टिकी हैं, जिसका सीधा असर चुनावी समीकरणों पर पड़ेगा।