संत ईश्वर फाउंडेशन का 10वां सम्मान समारोह: सेवा के दशक का उत्सव
नई दिल्ली में 18 व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मान, ₹32 लाख की अनुदान राशि वितरित
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2015 से अब तक 153 समाजसेवियों को ₹3 करोड़ से अधिक की सहायता।
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जनजातीय विकास, ग्रामीण उत्थान, महिला एवं बाल कल्याण और भारतीय विचारों में योगदान करने वालों को सम्मान।
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मुख्य अतिथि RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, विशिष्ट अतिथि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और भूपेंद्र यादव।
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AWWA और नेत्र कुंभ 2025 को विशेष सेवा सम्मान से सम्मानित।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर: संत ईश्वर फाउंडेशन ने भारत रत्न सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम में अपने प्रतिष्ठित संत ईश्वर सम्मान का 10वां संस्करण भव्य रूप से आयोजित किया। “सेवा के दस वर्ष” पूरे होने के इस विशेष अवसर पर, 18 व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित करते हुए कुल ₹32 लाख की अनुदान राशि प्रदान की गई।
2015 में शुरू हुए इस वार्षिक सम्मान का उद्देश्य उन कर्मयोगियों को पहचानना और प्रोत्साहित करना है जो जनजातीय विकास, ग्रामीण उत्थान, महिला एवं बाल कल्याण जैसे क्षेत्रों में निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं। अब तक इस पुरस्कार के माध्यम से 153 समाजसेवियों को ₹3 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्रालय) और भूपेंद्र यादव (पर्यावरण मंत्रालय) भी मौजूद थे। समारोह का शुभारंभ भावनात्मक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ, जिनमें मल्लखंभ, महिला सशक्तिकरण पर कथक, राष्ट्रभक्ति आधारित नृत्य और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नृत्य-नाट्य शामिल रहे।
फाउंडेशन के संस्थापक कपिल खन्ना ने अपनी 10 वर्षीय यात्रा साझा करते हुए कहा कि संस्था का उद्देश्य मूक समाजसेवियों को सम्मानित करना है। इस वर्ष पर्यावरण बचाने के लिए निमंत्रण कार्ड पॉकेट साइज में रखा गया।
तीन प्रमुख श्रेणियों — विशिष्ट सेवा सम्मान, सेवा सम्मान और विशेष सेवा सम्मान में पुरस्कार प्रदान किए गए। विशिष्ट सेवा सम्मान के अंतर्गत गोवर्धन पांडा (ओडिशा), देवेन्द्रप्पा (कर्नाटक), जीवन आनंद संस्थान (महाराष्ट्र) और समर्पण फाउंडेशन (उत्तर प्रदेश) को ₹5 लाख की राशि दी गई।
सेवा सम्मान के अंतर्गत ₹1 लाख की राशि के साथ 12 व्यक्तियों एवं संस्थाओं को सम्मानित किया गया, जबकि विशेष सेवा सम्मान आर्मी महिला कल्याण एसोसिएशन (AWWA) और नेत्र कुंभ 2025 को प्रदान किया गया। AWWA ने सेना परिवारों के लिए शिक्षा और पुनर्वास में अग्रणी भूमिका निभाई है, वहीं नेत्र कुंभ 2025 ने महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं को नेत्र चिकित्सा और उपचार प्रदान किया।
यह वार्षिक कार्यक्रम सेवा, करुणा और मानवता की प्रेरक कहानियों को सामने लाता है, जो समाज को इन मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देता है।