पाकिस्तान ने मांगी युद्धविराम की गुहार, IAF चीफ बोले- ऑपरेशन सिंदूर में दिखी भारत की शक्ति

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा- सभी रणनीतिक लक्ष्य हासिल, पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर होना पड़ा

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  • भारतीय वायुसेना प्रमुख ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने सभी लक्ष्य पूरे किए।
  • पाकिस्तान को भारी नुकसान के बाद युद्धविराम की मांग करनी पड़ी।
  • एयर चीफ ने ट्रंप के युद्ध रोकवाने के दावे को खारिज किया।
  • अभियान से दुनिया को दिखा कि भारत अपनी संप्रभुता पर समझौता नहीं करेगा।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर
:भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान देते हुए स्पष्ट किया कि हालिया ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने न केवल अपने सभी रणनीतिक और सामरिक लक्ष्य पूरे किए, बल्कि पाकिस्तान को युद्धविराम की मांग करने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि इस अभियान से पूरी दुनिया ने यह देख लिया कि जब भारतीय सेनाएं संयुक्त रूप से कदम उठाती हैं तो दुश्मन की कमर टूट जाती है।

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने अपने बयान में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को पूरी तरह खारिज किया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने में उनका अहम योगदान रहा। वायुसेना प्रमुख ने सख्त लहजे में कहा कि युद्धविराम किसी बाहरी दबाव की वजह से नहीं हुआ, बल्कि इसलिए हुआ क्योंकि पाकिस्तान को इस सच्चाई का अहसास हो गया कि आगे की जंग उसके लिए विनाशकारी साबित होगी।

उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में हमारी सेनाओं ने वह सब हासिल कर लिया था, जो हमने तय किया था। पाकिस्तान के सैन्य ढांचे और आतंकी ठिकानों को हमने करारा जवाब दिया। उन्हें समझ आ गया कि अगर वे संघर्ष जारी रखते हैं तो हालात उनके लिए और भी घातक हो जाएंगे।”

एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि युद्धविराम इसलिए हुआ क्योंकि पाकिस्तान बुरी तरह दबाव में आ चुका था और उसे किसी अंतरराष्ट्रीय ताकत ने नहीं, बल्कि भारतीय सेना की क्षमता ने झुकने पर मजबूर किया। उनका कहना था कि दुनिया भर ने यह देखा कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देश के खिलाफ भारतीय सेनाओं की कार्रवाई कितनी निर्णायक और प्रभावी साबित हुई।

इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ एक सैन्य सफलता ही नहीं, बल्कि भारत की सामरिक इच्छाशक्ति और कूटनीतिक संदेश के रूप में भी वर्णित किया। उनकी मानें तो यह अभियान भारत के इस संकल्प को दर्शाता है कि जब बात उसकी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा की होगी तो समझौते का कोई सवाल ही नहीं उठता।

उन्होंने आगे कहा कि इस अभियान का असर वैश्विक स्तर पर साफ देखने को मिला। न केवल पाकिस्तान, बल्कि दुनिया के अन्य देशों ने भी यह संदेश प्राप्त किया कि भारत अब केवल प्रतिक्रियात्मक नीति पर नहीं, बल्कि निर्णायक रणनीति पर काम करता है। यह भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय स्थिति और सैन्य क्षमता का ठोस प्रदर्शन था।

वायुसेना प्रमुख ने यह भी जोड़ा कि आने वाले समय में भारतीय सेनाएं और तकनीकी रूप से सक्षम, आधुनिक और आत्मनिर्भर बनेंगी। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” यह साबित करता है कि भारत हर परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है और आवश्यक होने पर निर्णायक कदम उठाने में सक्षम है।
इस अभियान ने न केवल पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर किया बल्कि दुनिया को यह भरोसा भी दिलाया कि भारत किसी भी चुनौती का मुकाबला दृढ़ निश्चय से कर सकता है।

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