अभिनेता विजय की रैली में भगदड़: 38 लोगों की दर्दनाक मौत

तमिलनाडु के करूर में दुखद हादसा: मृतकों में 10 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल

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  • तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से नेता बने विजय (टीवीके प्रमुख) की रैली में शनिवार शाम भगदड़ मच गई, जिससे 38 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हुए।
  • मरने वालों में 10 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं। अत्यधिक भीड़, बिजली गुल होने और एक बच्चे के लापता होने की अफवाह से भगदड़ शुरू हुई।
  • मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मृतकों के परिवारों के लिए ₹10 लाख के मुआवजे और घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की।

समग्र समाचार सेवा
करूर, तमिलनाडु, 28 सितंबर, 2025: तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार शाम को उस समय एक बड़ा हादसा हो गया, जब अभिनेता और तमिलगा वेट्री कज़गम (TVK) पार्टी के प्रमुख विजय की राजनीतिक रैली में भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। करूर-इरोड राज्य राजमार्ग पर वेलुस्वामीपुरम में आयोजित इस जनसभा में 50,000 से अधिक लोग जुटे थे।

तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने पुष्टि की कि इस दुखद घटना में 38 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 10 बच्चे, 16 महिलाएं और 12 पुरुष शामिल थे। 40 से अधिक घायलों को करूर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल और आस-पास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

भगदड़ के प्रमुख कारण: भीड़ का प्रबंधन और बिजली गुल

प्रत्यक्षदर्शियों और सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीछे कई कारण थे, लेकिन भीड़ का बेकाबू होना और सुरक्षा-व्यवस्था में भारी चूक मुख्य वजहें रहीं।

अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्था: रैली स्थल पर क्षमता से कई गुना अधिक लोग मौजूद थे, क्योंकि अभिनेता विजय का कार्यक्रम 6 घंटे की देरी से शुरू हुआ। आयोजकों ने केवल 10,000 लोगों की अनुमति मांगी थी, जबकि भीड़ 50,000 से अधिक थी। आयोजकों ने पुलिस की उन सलाहों को भी नहीं माना, जिनमें कार्यक्रम को खुले मैदान में आयोजित करने की बात कही गई थी।

पानी और वेंटिलेशन की कमी: अत्यधिक गर्मी और घंटों इंतजार के कारण कई लोग, विशेषकर महिलाएं और बच्चे, बेहोश होने लगे। आयोजन स्थल पर पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी।

बिजली गुल और दहशत: विजय के भाषण शुरू करने के कुछ देर बाद ही अचानक फ्लडलाइट्स और जनरेटर से जुड़ी बिजली गुल हो गई, जिससे मौके पर अंधेरा छा गया।

बच्चे के लापता होने की अफवाह: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दहशत तब बढ़ी जब एक महिला अपने 9 साल के लापता बच्चे को ढूंढने लगी। अभिनेता विजय ने भी अपने अभियान वाहन से इसकी घोषणा की, जिससे भीड़ में अफरा-तफरी मच गई और लोग एक-दूसरे को धकेलते हुए आगे बढ़ने लगे। दम घुटने और कुचले जाने से लोगों की मौत हुई।

राजनीतिक प्रतिक्रिया और विजय की संवेदना

हादसे के तुरंत बाद, अभिनेता विजय ने अपना भाषण रोक दिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने अपने समर्थकों से घायलों को एम्बुलेंस तक पहुंचाने में मदद करने का भी अनुरोध किया। देर रात चेन्नई लौटने के बाद, विजय ने X (पूर्व में ट्विटर) पर तमिल में एक भावुक संदेश पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “मेरा दिल टूट गया है; मैं असहनीय, अवर्णनीय दर्द और दुख से तड़प रहा हूं। मैं करूर में अपनी जान गंवाने वाले प्रिय भाई-बहनों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस घटना को “चिंताजनक” बताते हुए दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए मुख्यमंत्री सामान्य राहत कोष से ₹10 लाख और गंभीर रूप से घायलों के लिए ₹1 लाख के मुआवजे की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने घटना की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुणा जगदीसन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग के गठन का आदेश दिया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं जाहिर कीं। भाजपा नेता के. अन्नामलाई सहित कई विपक्षी नेताओं ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में सरकार और आयोजकों की विफलता पर सवाल उठाए हैं।

यह हादसा तमिलनाडु की राजनीति में सुरक्षा और रैली प्रबंधन के मानकों पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है, क्योंकि यह रैली 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले विजय के राज्यव्यापी राजनीतिक दौरे का हिस्सा थी।

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