पीएम मोदी ने ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ का किया उद्घाटन

भारत मंडपम में आयोजित हुआ भव्य कार्यक्रम, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारत की क्षमता का प्रदर्शन।

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  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025′ का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य भारत को ‘वैश्विक खाद्य केंद्र’ के रूप में स्थापित करना है।
  • इस चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में 90 से अधिक देश, 2,000 से ज्यादा प्रदर्शक और 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय खरीदार हिस्सा ले रहे हैं।
  • प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ‘पीएम फॉर्मलाइज़ेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME)’ योजना के तहत 26,000 से अधिक लाभार्थियों को 770 करोड़ से अधिक की ऋण सहायता प्रदान की।

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 25 सितंबर: राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में खाद्य और कृषि उद्योग से जुड़े दुनिया भर के दिग्गजों का जमावड़ा लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025′ के चौथे संस्करण का उद्घाटन किया। यह आयोजन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है और इसका लक्ष्य भारत की खाद्य प्रसंस्करण क्षमता, नवाचार और स्थिरता को दुनिया के सामने लाना है।

यह आयोजन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत को न केवल एक बड़े बाज़ार के रूप में, बल्कि खाद्य क्षेत्र में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भी प्रस्तुत करता है। कार्यक्रम में न्यूजीलैंड और सऊदी अरब भागीदार देश हैं, जबकि जापान, रूस, संयुक्त अरब अमीरात और वियतनाम पर विशेष ध्यान दिया गया है। इन देशों की भागीदारी से भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध मजबूत होने और व्यापार के नए अवसर खुलने की उम्मीद है।

छोटे उद्योगों को मिला बढ़ावा, किसानों को फायदा

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह आयोजन ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि सरकार ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनसे किसानों की आय बढ़ रही है, कटाई के बाद होने वाले नुकसान में कमी आ रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।

इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री ने ‘पीएमएफएमई‘ योजना के तहत 26,000 से अधिक लाभार्थियों को 770 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता दी, जिससे छोटे खाद्य प्रसंस्करण यूनिटों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में दूध, प्याज और दालों का सबसे बड़ा उत्पादक है, और फल-सब्जियों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। यह आयोजन भारत की इसी कृषि शक्ति को दुनिया के सामने प्रदर्शित करेगा।

एक मंच पर खाद्य उद्योग के सभी पहलू

वर्ल्ड फूड इंडिया 2025′ में विभिन्न प्रकार के सत्र और प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं। इसमें सीईओ की गोलमेज बैठकें, तकनीकी सत्र, और व्यापार से व्यापार (B2B) व सरकार से सरकार (G2G) की बैठकें शामिल हैं। इसके साथ ही, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा ‘तीसरा वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन’ और भारतीय समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) द्वारा ’24वां भारत अंतर्राष्ट्रीय समुद्री खाद्य शो’ भी इसी मंच पर आयोजित किया जा रहा है, जिससे खाद्य सुरक्षा मानकों और समुद्री उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।

यह आयोजन न केवल निवेश आकर्षित करने का एक मंच है, बल्कि यह भारत की विविध खाद्य संस्कृति और पाक कला का भी प्रदर्शन करता है। इसमें लाइव कुकिंग शो और भारतीय व्यंजनों की प्रदर्शनी भी शामिल है। यह उत्सव 28 सितंबर तक चलेगा और उम्मीद है कि इस दौरान लाखों लोग इस मेगा इवेंट में शामिल होंगे।

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