सोनम वांगचुक के खिलाफ CBI जांच शुरू, विदेशी फंडिंग का आरोप
पाकिस्तान दौरे के बाद लद्दाख के शिक्षाविद् सोनम वांगचुक पर CBI का शिकंजा, FCRA उल्लंघन की जांच।
- लद्दाख के जाने-माने शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक जांच शुरू की है।
- यह जांच उनके संस्थान, हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख (HIAL), को मिली अवैध विदेशी फंडिंग के आरोपों से जुड़ी है, जिसमें FCRA के नियमों के उल्लंघन की बात कही गई है।
- यह कार्रवाई उनके हाल ही में हुए पाकिस्तान दौरे के तुरंत बाद की गई है, जिससे इस जांच के समय पर सवाल उठ रहे हैं।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 सितंबर: लद्दाख के जाने-माने शिक्षाविद्, वैज्ञानिक और सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार उनके किसी नए आविष्कार या आंदोलन के लिए नहीं, बल्कि एक सरकारी जांच के कारण। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उनके और उनके संस्थान, हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख (HIAL) के खिलाफ एक जांच शुरू की है। इस जांच का मुख्य कारण उनके संस्थान को मिली अवैध विदेशी फंडिंग के आरोप हैं।
यह जांच तब शुरू हुई है जब कुछ ही समय पहले सोनम वांगचुक ने पाकिस्तान का दौरा किया था, जहां उन्होंने एक सम्मेलन में भाग लिया था। उनके पाकिस्तान दौरे और इस जांच के समय में संबंध को लेकर राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं। आरोप है कि उनके संस्थान ने विदेशी फंडिंग से जुड़े फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) के नियमों का उल्लंघन किया है।
सोनम वांगचुक ने हाल ही में लद्दाख में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एक बड़ा जलवायु उपवास आंदोलन किया था, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार से लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची के तहत विशेष दर्जा देने की मांग की थी। उनका यह आंदोलन काफी सफल रहा था और इसने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का ध्यान आकर्षित किया था। वे अक्सर सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं, खासकर उन नीतियों की, जो लद्दाख के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा हैं।
विदेशी फंडिंग और राजनीतिक मकसद
जांच की यह खबर ऐसे समय में आई है जब वांगचुक की सक्रियता बढ़ी हुई है। उनके आलोचकों का मानना है कि उनकी गतिविधियों को विदेशी फंडिंग से समर्थन मिल रहा है, जबकि उनके समर्थक इसे उनकी सक्रियता को दबाने का प्रयास बता रहे हैं। जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके संस्थान को किन स्रोतों से विदेशी धन मिला और क्या उसका उपयोग नियमों के अनुसार किया गया था।
सोनम वांगचुक, जिन्हें फिल्म ‘3 इडियट्स‘ के मुख्य किरदार ‘फुंसुक वांगडू‘ का प्रेरणा स्रोत भी माना जाता है, शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने लद्दाख में शिक्षा को बेहतर बनाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए हैं। हालांकि, उनकी हालिया राजनीतिक और सामाजिक सक्रियता ने उन्हें सरकार की नजर में ला दिया है।
फिलहाल, सोनम वांगचुक या उनके संस्थान की तरफ से इस जांच को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस मामले में आगे क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि यह न केवल उनके भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि लद्दाख में पर्यावरण आंदोलनों के भविष्य पर भी इसका असर पड़ सकता है।