शाहरुख खान को मिला पहला नेशनल अवॉर्ड, मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के

71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 'जवान' के लिए शाहरुख, 'मिसेज चटर्जी' के लिए रानी और मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिला।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
  • सुपरस्टार शाहरुख खान और अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने अपने करियर का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता, जो उनके प्रशंसकों और फिल्म जगत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।
  • मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल को भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • फिल्म ’12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म और ‘जवान’ के लिए शाहरुख खान को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला, जिसे उन्होंने विक्रांत मैसी के साथ साझा किया।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24 सितंबर, 2025: भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार, 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में की गई। इस बार, यह समारोह कई मायनों में खास रहा, क्योंकि हिंदी सिनेमा के दो बड़े नामों, शाहरुख खान और रानी मुखर्जी, को पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन कलाकारों को उनके असाधारण योगदान के लिए यह सम्मान प्रदान किया।

शाहरुख खान को उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘जवान’ में उनके दमदार प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया। यह उनके तीन दशकों से अधिक के शानदार करियर का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। शाहरुख ने यह पुरस्कार विक्रांत मैसी के साथ साझा किया, जिन्हें उनकी समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्म ’12वीं फेल’ के लिए इसी श्रेणी में सम्मानित किया गया। यह दोनों अभिनेताओं के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण था।

वहीं, रानी मुखर्जी ने अपनी फिल्म ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ में एक मां के शक्तिशाली और भावनात्मक किरदार को निभाने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। रानी ने अवॉर्ड लेते समय मंच को छूकर सम्मान जताया, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है। उनके लिए भी यह उनके करियर का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है।

मोहनलाल को मिला दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड

पुरस्कार समारोह का एक और बड़ा आकर्षण मलयालम सिनेमा के दिग्गज मोहनलाल को दिया गया दादासाहेब फाल्के पुरस्कार था। भारतीय सिनेमा में उनके चार दशकों से अधिक के अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें इस सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया। मोहनलाल ने 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है और अपनी बहुमुखी प्रतिभा से दर्शकों का दिल जीता है।

’12वीं फेल’ ने जीता सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवॉर्ड

विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित फिल्म ’12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला। यह फिल्म आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा के जीवन की सच्ची कहानी पर आधारित है और इसने देशभर के दर्शकों को प्रेरित किया है। इसके अलावा, ‘द केरला स्टोरी’ के निर्देशक सुदीप्तो सेन को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार दिया गया। फिल्म ‘कठल’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म के लिए चुना गया।

यह पुरस्कार समारोह न केवल कलाकारों की मेहनत का सम्मान करता है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा की विविधता और उसकी समृद्ध कहानियों का भी जश्न मनाता है। शाहरुख, रानी और मोहनलाल जैसे दिग्गजों का सम्मान यह दर्शाता है कि सिनेमा में योगदान की सराहना करने के लिए कोई समय-सीमा नहीं होती।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.