मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा कदम, स्वदेशी प्लेटफॉर्म ‘ज़ोहो’ पर शिफ्ट
आत्मनिर्भर भारत को मिला बढ़ावा, मंत्री ने भारतीयों से स्वदेशी अपनाने की अपील की।
- केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वदेशी सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म ज़ोहो (Zoho) पर जाने का ऐलान किया है, जिसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के लिए एक मजबूत समर्थन माना जा रहा है।
- मंत्री ने भारतीयों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वदेशी अपनाओ’ के आह्वान का पालन करते हुए स्वदेशी उत्पादों और सेवाओं को अपनाने की अपील की।
- यह कदम भारत में विकसित हो रहे तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने और विदेशी सॉफ्टवेयर पर निर्भरता कम करने के केंद्र सरकार के प्रयासों को मजबूत करता है।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23 सितंबर, 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को एक और बड़ा बढ़ावा मिला है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि वह अपने सभी कार्यालय और व्यक्तिगत कार्यों के लिए एक भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी ‘ज़ोहो’ के प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट हो रहे हैं। मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मैं ज़ोहो पर जा रहा हूं, जो दस्तावेजों, स्प्रेडशीट और प्रस्तुतियों के लिए हमारा अपना स्वदेशी प्लेटफॉर्म है। मैं सभी से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वदेशी के आह्वान को अपनाकर स्वदेशी उत्पादों और सेवाओं को अपनाने का आग्रह करता हूं।”
यह कदम केंद्र सरकार के एक बड़े अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देना और विदेशी प्लेटफॉर्म पर देश की निर्भरता को कम करना है। यह भारत के बढ़ते टेक इकोसिस्टम और सॉफ्टवेयर उद्योग के लिए एक मजबूत संकेत है।
ज़ोहो: एक स्वदेशी तकनीक का गौरव
ज़ोहो (Zoho) एक भारतीय बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी है, जो व्यावसायिक सॉफ्टवेयर, वेब-आधारित कार्यालय उपकरण और विभिन्न सेवाओं का निर्माण करती है। इसकी शुरुआत 1996 में चेन्नई, भारत में हुई थी। यह जी-सूट और माइक्रोसॉफ्ट 365 जैसे अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों के लिए एक स्वदेशी विकल्प प्रदान करता है। ज़ोहो के सॉफ्टवेयर सूट में दस्तावेज़, स्प्रेडशीट, और प्रस्तुति जैसे उपकरण शामिल हैं, जिनका उपयोग मंत्री अश्विनी वैष्णव अब अपने काम के लिए करेंगे।
ज़ोहो के संस्थापक और सीईओ श्रीधर वेम्बू ने मंत्री के इस कदम पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “धन्यवाद सर, यह हमारे इंजीनियरों के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कदम है, जिन्होंने हमारे प्रोडक्ट सूट को बनाने के लिए दो दशकों से अधिक समय तक कड़ी मेहनत की है। हम आपको और हमारे राष्ट्र को गर्व महसूस कराएंगे। जय हिंद।”
पीएम मोदी का ‘स्वदेशी’ पर जोर
मंत्री का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार ‘स्वदेशी अपनाओ’ के आह्वान के बाद आया है। हाल ही में, प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में व्यापारियों और व्यवसायियों के साथ बातचीत की थी, जहां उन्होंने “स्वदेशी खरीदो और स्वदेशी बेचो” के अपने दृष्टिकोण को दोहराया था। स्थानीय व्यापारियों ने जीएसटी में किए गए सुधारों की भी सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप कच्चे माल की लागत कम हुई है और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिला है।
उद्योग प्रतिनिधियों ने यह भी बताया कि जीएसटी दरों में कटौती ने पर्यटन, मत्स्य पालन और कृषि जैसे क्षेत्रों को भी बहुत मदद की है। पीएम मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अपना समर्थन जारी रखेगी, जिससे विकसित भारत का उनका सपना साकार हो सके। अश्विनी वैष्णव का ज़ोहो पर शिफ्ट होना, भारत के लोगों को घर में बने सॉफ्टवेयर समाधानों को अपनाने और राष्ट्र के तकनीकी विकास में योगदान करने के लिए एक मजबूत प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है।