निशिकांत दुबे का राहुल गांधी पर हमला: ‘भोपाल गैस त्रासदी’ पर दलाली का आरोप

बीजेपी सांसद ने भोपाल गैस कांड के आरोपी एंडरसन को भगाने के बदले अमेरिकी कैदी को छुड़ाने का आरोप लगाया।

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  • भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भोपाल गैस त्रासदी के आरोपी वॉरेन एंडरसन को भगाने का गंभीर आरोप लगाया है।
  • दुबे ने दावा किया कि एंडरसन को भगाने के बदले तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने एक दोस्त को अमेरिकी जेल से रिहा कराया था।
  • यह आरोप 2010 में लोकसभा में दिए गए एक जवाब पर आधारित है, जिसे लेकर कांग्रेस पर नए सिरे से सवाल खड़े हो गए हैं।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 सितंबर, 2025: बिहार चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। इसी कड़ी में, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी पार्टी पर भोपाल गैस त्रासदी से जुड़े एक पुराने मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस ने सत्ता, पद और पैसे के लालच में 22 हजार लोगों की मौत और 10 लाख लोगों को बीमार करने वाले भोपाल गैस त्रासदी के मुख्य आरोपी वॉरेन एंडरसन को रातों-रात भारत से भगा दिया था।

निशिकांत दुबे ने अपनी पोस्ट में इस ‘दलाली’ का आरोप लगाते हुए कहा कि एंडरसन को भगाने के बदले तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने दोस्त आदिल शहरयार को अमेरिकी जेल से रिहा कराया था। दुबे ने आरोप लगाया कि आदिल शहरयार बम बनाने और ड्रग व्यापार के आरोप में अमेरिकी जेल में 35 साल की सजा काट रहे थे। राजीव गांधी ने 1985 में अपने अमेरिकी दौरे के समय राष्ट्रपति रोनाल्ड रेगन से बात करके उन्हें रिहा करवाया था।

दुबे ने इस पूरे आरोप का आधार 2010 में लोकसभा में दिए गए एक जवाब को बताया, जिसमें कांग्रेस सरकार ने खुद स्वीकार किया था कि कोर्ट के बार-बार आदेश के बावजूद एंडरसन को अमेरिका से वापस बुलाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। दुबे ने इस दस्तावेज को सार्वजनिक करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी को ‘दलाली के दस्तावेज’ देखने को कहा।

यह आरोप-प्रत्यारोप इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भोपाल गैस त्रासदी भारत के इतिहास के सबसे बड़े औद्योगिक हादसों में से एक है। 1984 में हुई इस घटना में यूनियन कार्बाइड प्लांट से निकली जहरीली गैस ने हजारों लोगों की जान ले ली थी और लाखों लोगों को गंभीर बीमारियों का शिकार बना दिया था। इस त्रासदी का मुख्य आरोपी, यूनियन कार्बाइड के तत्कालीन सीईओ वॉरेन एंडरसन, घटना के बाद भारत से फरार हो गए थे और फिर कभी वापस नहीं लौटे।

अब जब चुनाव नजदीक हैं, भाजपा इस मुद्दे को उठाकर कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है। निशिकांत दुबे के आरोपों ने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है, क्योंकि यह मुद्दा उनकी सरकार के कार्यकाल से जुड़ा है। कांग्रेस ने अभी तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी बिहार चुनाव में एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है, क्योंकि भाजपा इसे भ्रष्टाचार और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से जोड़कर पेश कर सकती है।

 

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