​मुंबई मोनोरेल सेवाएं 20 सितंबर से बंद, ​यात्रियों को होगी बड़ी असुविधा

तकनीकी खराबी और सुरक्षा जांच के कारण 20 सितंबर से पूरी तरह बंद रहेंगी मुंबई मोनोरेल सेवाएं।

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  • ​मुंबई में मोनोरेल सेवाएं 20 सितंबर से व्यापक तकनीकी सुधार और निरीक्षण के लिए अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी।
  • ​यह निर्णय बार-बार होने वाली तकनीकी खराबी और विश्वसनीयता की कमी को दूर करने के लिए लिया गया है।
  • ​मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) के अनुसार, इस दौरान नए रेक लगाए जाएंगे और सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी।

समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 17 सितंबर, 2025: मुंबई की जीवनरेखा मानी जाने वाली सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मुंबई मोनोरेल की सेवाएं 20 सितंबर से अस्थायी रूप से निलंबित कर दी जाएंगी। यह फैसला मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने लिया है। अधिकारियों के मुताबिक, मोनोरेल सेवाओं को बार-बार होने वाली तकनीकी खराबी और सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के कारण पूरी तरह से बंद किया जा रहा है, ताकि सिस्टम का व्यापक अपग्रेडेशन किया जा सके। इस निर्णय से उन हजारों यात्रियों को बड़ी असुविधा होगी जो वडाला से चेंबूर के बीच यात्रा के लिए इस सेवा पर निर्भर थे।

​तकनीकी सुधार के लिए लिया गया फैसला ​सुरक्षा सुनिश्चित करना पहली प्राथमिकता

​MMRDA ने एक बयान में कहा कि मोनोरेल प्रणाली में सुधार और इसकी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए यह कदम उठाना अनिवार्य था। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। इस दौरान, नए रेक (ट्रेन सेट) लगाए जाएंगे और पूरे कॉरिडोर का निरीक्षण किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी सुरक्षा मानदंड और प्रोटोकॉल सही ढंग से काम करें। इस प्रक्रिया को पूरा होने में कितना समय लगेगा, इस बारे में अभी तक कोई निश्चित जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि सेवाएं तभी बहाल होंगी जब मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) द्वारा निरीक्षण और अनुमति दे दी जाएगी।​

मोनोरेल का पुराना इतिहास: विश्वसनीयता पर सवाल ​बार-बार हुई हैं तकनीकी खामियां

​यह पहली बार नहीं है जब मुंबई मोनोरेल की सेवाओं को अनिश्चित काल के लिए रोका जा रहा है। इससे पहले 9 नवंबर, 2017 को एक खाली ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद यह सेवा लगभग नौ महीने तक बाधित रही थी। उस घटना के बाद भी, मोनोरेल की विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहे हैं। यात्रियों ने अक्सर देरी, तकनीकी खराबी और अचानक सेवा बंद होने की शिकायत की है। इन मुद्दों को हल करने के लिए, MMRDA ने एक उच्च-स्तरीय समिति भी बनाई है। इस समिति का मुख्य काम मोनोरेल के प्रदर्शन और सुरक्षा में सुधार के लिए सुझाव देना है।

​यात्रियों के लिए वैकल्पिक मार्ग ​परेशानियों को कम करने की तैयारी

​मोनोरेल सेवा बंद होने के कारण यात्रियों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों के बारे में जानकारी दी है। यात्री इस रूट पर चलने वाली बेस्ट बसों का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, स्थानीय टैक्सी और ऑटो रिक्शा सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी। MMRDA ने यह सुनिश्चित करने की बात कही है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो और वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। यह उम्मीद की जा रही है कि एक बार जब सभी सुधार पूरे हो जाएंगे, तो मोनोरेल एक अधिक विश्वसनीय और सुरक्षित परिवहन साधन के रूप में काम कर पाएगी, जिससे भविष्य में इस तरह की असुविधाओं से बचा जा सकेगा।

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