दिल्ली में ISIS का बड़ा मॉड्यूल ध्वस्त, 5 आतंकी गिरफ्तार
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के 5 आतंकियों को गिरफ्तार कर एक बड़े टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया।
- ये आतंकी ‘गज़वा-ए-हिंद’ और ‘टार्गेटेड किलिंग्स’ की साजिश रच रहे थे।
- दो आतंकियों को 12 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया, अन्य तीन से पूछताछ जारी।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 सितंबर 2025 – दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए आतंकी संगठन ISIS के एक खतरनाक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने पांच संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है, जो देश के कई हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में थे। इस कार्रवाई के बाद एक बड़े टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है, जो सीधे पाकिस्तान में बैठे एक आका के इशारे पर काम कर रहा था। गिरफ्तार हुए पांचों आरोपियों को आज दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां से दो को 12 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
‘गज़वा-ए-हिंद’ की थी योजना, ‘खिलाफत जोन’ बनाना चाहते थे
पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मॉड्यूल की चौंकाने वाली योजनाओं का खुलासा किया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (विशेष सेल) प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि ये आतंकवादी ‘गज़वा-ए-हिंद’ (भारत पर हमला) और ‘टार्गेटेड किलिंग्स’ (निशाना बनाकर हत्या) की साजिश रच रहे थे। उनका इरादा भारत में जमीन खरीदकर उसे ‘खिलाफत जोन’ घोषित करना और जिहाद छेड़ने का था। पुलिस ने बताया कि इस मॉड्यूल का सरगना रांची का अशहर दानिश था, जो पाकिस्तान में बैठे अपने आका से सीधे संपर्क में था। इस आका को ‘सीईओ’, ‘गज़वा’ और ‘प्रोफेसर’ जैसे कोड नामों से जाना जाता था।
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इंटर-स्टेट ऑपरेशन से दबोचे गए आतंकी
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कुशवाहा ने बताया कि इस ऑपरेशन की शुरुआत दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास से हुई, जहां से मुंबई के आफताब अंसारी और सूफियान अबूबकर को गिरफ्तार किया गया। ये दोनों मेवात के एक व्यक्ति से हथियार लेने के लिए दिल्ली आए थे। पुलिस को पहले से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर टीमें पिछले छह महीनों से इन आतंकियों पर नजर रख रही थीं। गिरफ्तारी के बाद इन दोनों से मिली जानकारी पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीमों ने झारखंड के रांची, मध्य प्रदेश के राजगढ़ और तेलंगाना में छापेमारी की और तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए अन्य आतंकियों में तेलंगाना के मोहम्मद हुजैफा, मध्य प्रदेश के कामरान कुरैशी और रांची के अशहर दानिश शामिल हैं।
यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसने समय रहते देश के कई हिस्सों में चल रही एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
बरामदगी: सबूत जो दिमाग हिला देंगे
पुलिस ने गिरफ्तार आतंकियों के ठिकानों से कई महत्वपूर्ण चीजें बरामद की हैं। इनमें सल्फर पाउडर, सोडियम बाइकार्बोनेट, बॉल बेयरिंग, गैस मास्क, बिजली के तार, फ्यूज पॉइंट, कारतूस और अन्य ऐसे उपकरण शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल विस्फोटक उपकरण (आईईडी) बनाने में किया जाता है। ये बरामदगी इस बात का पुख्ता सबूत है कि ये आतंकी सिर्फ विचारधारा नहीं फैला रहे थे, बल्कि एक बड़े हमले की तैयारी भी कर रहे थे। जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को केंद्रीय एजेंसियां विश्लेषण कर रही हैं, जिससे और भी अहम खुलासे होने की उम्मीद है।
यह गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है जो दर्शाती है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद को रोकने के लिए लगातार सतर्क और सक्रिय हैं। इस कार्रवाई से न केवल संभावित हमलों को टाला गया है, बल्कि देश में मौजूद आतंकी नेटवर्क को भी एक बड़ा झटका लगा है।
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