बीएचयू की डॉ. प्रियंका सिंह को ‘शारदा शताब्दी सम्मान 2025’

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
  • उत्कृष्टता का सम्मान: डॉ. प्रियंका सिंह को उनके 12 वर्षों के शिक्षण अनुभव और भारतीय ज्ञान परंपरा पर गहन शोध के लिए सम्मानित किया गया।
  • प्रमुख शोध परियोजनाएं: उन्हें भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद द्वारा कई महत्वपूर्ण शोध परियोजनाओं के लिए अवार्ड मिले।
  • विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति: सम्मान समारोह में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल, महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री और जगद्गुरु शंकराचार्य सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

समग्र समाचार सेवा
मथुरा, 9 सितंबर 2025: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर और भारतीय इतिहास संकलन समिति, काशी प्रान्त की सचिव डॉ. प्रियंका सिंह को उनके उत्कृष्ट शोध और भारतीय संस्कृति के संरक्षण में दिए गए योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘शारदा शताब्दी सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान श्री शारदा सर्वज्ञ पीठ, कश्मीर द्वारा संस्कृति विश्वविद्यालय, मथुरा में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

डॉ. प्रियंका सिंह ने अपने 12 वर्षों के अध्यापन और शोध अनुभव के माध्यम से सनातन संस्कृति की अमर धारा को शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ जीवंत किया है। उनकी प्रकाशित तीन पुस्तकें और 35 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय संगोष्ठियों में प्रस्तुत किए गए शोधपत्र, अभिलेख, पुरालेख, पुरालिपि, धर्म, कला और वास्तुकला जैसे क्षेत्रों में सनातन ज्ञान को वैश्विक मंच पर स्थापित करने में सहायक रहे हैं। उनके उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली (विजन विकसित भारत @2047) और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने उन्हें लाखों रुपये के शोध प्रोजेक्ट अवार्ड दिए हैं।

डॉ. सिंह ने इन शोध परियोजनाओं को न केवल समय पर पूरा किया, बल्कि उनके परिणामों को इस तरह से प्रस्तुत किया कि वे आम जनता और राष्ट्रहित के लिए प्रासंगिक बन सकें। उनके कार्यों ने युवाओं और विद्यार्थियों को भारतीय सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का एक सफल प्रयास किया है।

शारदा शताब्दी सम्मान के अलावा, डॉ. प्रियंका सिंह को उनके अकादमिक कार्यों के लिए पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं, जिनमें ‘काशी रत्न भूषण- सम्मान 2023’ और ‘डॉ. हरिहर नाथ त्रिपाठी फाउंडेशन शिक्षक सम्मान- 2024’ शामिल हैं। ‘शारदा शताब्दी सम्मान- 2025’ को देश के अत्यंत गौरवशाली सम्मानों में से एक माना जाता है, जो श्री शारदा सर्वज्ञ पीठ, कश्मीर (एनआरआई सोशल, कल्चरल एसोसिएशन) द्वारा प्रदान किया जाता है।

मथुरा के संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित इस सम्मान समारोह का मंच गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति से सुशोभित था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल थे, जबकि विशिष्ट अतिथि महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे थे। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह सारस्वत अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस भव्य समारोह की अध्यक्षता श्री शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर, कश्मीर के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री अमृतानन्ददेव तीर्थ महाराज जी ने की। सभी अतिथियों ने डॉ. प्रियंका सिंह के योगदान की सराहना की और उन्हें इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी।

डॉ. सिंह को यह सम्मान मिलने पर उनके विभाग के आचार्यगण, मित्र, शुभचिंतक और विद्यार्थियों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए प्रेरित किया। यह सम्मान न केवल डॉ. प्रियंका सिंह के व्यक्तिगत परिश्रम का परिणाम है, बल्कि यह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और भारतीय इतिहास संकलन समिति के लिए भी एक गौरव का क्षण है।

 

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.