44 लाख टैक्स विवाद: ब्रिटेन की डिप्टी PM एंजेला रेनर ने दिया इस्तीफा

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  • इस्तीफे का कारण: ब्रिटेन की उप-प्रधानमंत्री एंजेला रेनर ने प्रॉपर्टी टैक्स में कम भुगतान को स्वीकार करते हुए इस्तीफा दिया।
  • टैक्स की कमी: उन्होंने माना कि नए घर के लिए टैक्स का भुगतान करते समय £44,000 (लगभग ₹44 लाख) की राशि कम जमा हुई।
  • राजनीतिक नैतिकता पर सवाल: इस घटना ने ब्रिटिश राजनीति में नेताओं की जवाबदेही और नैतिक मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

समग्र समाचार सेवा
लंदन, 7 सितंबर 2025: ब्रिटेन की उप-प्रधानमंत्री और आवास मंत्री एंजेला रेनर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा एक बड़े विवाद के बाद आया, जब उन्होंने यह स्वीकार किया कि उन्होंने एक नए घर के लिए प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करते समय गलती की थी और तय राशि से £44,000 (लगभग ₹44 लाख) कम का भुगतान किया था। इस घटना ने ब्रिटिश राजनीति में नैतिकता और पारदर्शिता पर एक नई बहस छेड़ दी है।

एंजेला रेनर, जो कि ब्रिटिश राजनीति में एक प्रभावशाली चेहरा थीं, लंबे समय से अपनी व्यक्तिगत कर देनदारियों को लेकर जांच के दायरे में थीं। विवाद तब शुरू हुआ जब उन पर आरोप लगा कि उन्होंने अपनी एक संपत्ति की बिक्री के बाद ‘कैपिटल गेन्स टैक्स’ का सही भुगतान नहीं किया। आरोपों के अनुसार, उन्होंने 2015 में अपने पुराने घर को बेचकर एक नया घर खरीदा था। ब्रिटिश कानून के तहत, यदि कोई व्यक्ति अपनी प्राथमिक संपत्ति बेचता है, तो उस पर कोई कर नहीं लगता, लेकिन अगर वह दूसरी संपत्ति बेचता है, तो उस पर पूंजीगत लाभ कर (Capital Gains Tax) देना होता है।

जांच में यह बात सामने आई कि रेनर ने अपने पुराने घर को अपनी प्राथमिक संपत्ति नहीं दिखाया था, जिससे उन्होंने £44,000 की कर राशि बचा ली। हालांकि, उन्होंने हमेशा इस बात से इनकार किया था कि उन्होंने जानबूझकर कोई गलती की है।

विवाद बढ़ने के बाद, रेनर ने एक सार्वजनिक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “मैंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया, लेकिन मेरे द्वारा दी गई जानकारी में त्रुटि थी। एक नेता के रूप में, मैं नैतिक जिम्मेदारी लेती हूं और इसलिए अपने पद से इस्तीफा देती हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने बकाया कर की राशि का भुगतान कर दिया है।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, जो कि रेनर के पार्टी सहयोगी हैं, ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने रेनर की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पद की गरिमा बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया है।

इस घटना पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विपक्षी नेता ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि सत्ता में बैठे लोग अक्सर खुद को आम जनता से ऊपर समझते हैं। उन्होंने इस मामले में गहन जांच की मांग की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में इस तरह की गलतियां न हों।

एंजेला रेनर का इस्तीफा ब्रिटिश राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है। यह दिखाता है कि सार्वजनिक पद पर बैठे व्यक्ति से उच्च नैतिक मानकों और वित्तीय पारदर्शिता की उम्मीद की जाती है। इस घटना से भारतीय राजनीति में भी एक सबक लिया जा सकता है, जहाँ अक्सर नेताओं पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगते रहते हैं।

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