ग्रेटर नोएडा के 18 गांवों में खुले जिम, सेहत को मिलेगा नया सहारा

प्राधिकरण की पहल: गांवों में भी सेहत का ख्याल

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  • ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए 18 गांवों में ओपन-एयर जिम स्थापित किए हैं।
  • इन जिम में छह प्रकार की व्यायाम मशीनें लगाई गई हैं, जिनका उपयोग ग्रामीण बिना किसी शुल्क के कर सकते हैं।
  • यह पहल गांव के लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

समग्र समाचार सेवा
ग्रेटर नोएडा , 31 अगस्त, 2025: शहरों के बाद अब गांवों में भी स्वास्थ्य और फिटनेस पर जोर दिया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए 18 गांवों में ओपन-एयर जिम स्थापित किए हैं। यह पहल प्राधिकरण की ग्रामीण विकास योजना का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य गांवों में भी शहर जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना है।

इन जिमों को गांव के सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क और खेल के मैदानों में स्थापित किया गया है, ताकि सभी ग्रामीणों के लिए आसानी से सुलभ हो सकें। इन जिमों में कुल छह तरह की मशीनें लगाई गई हैं, जिनमें पैरेलल बार, चेस्ट प्रेस, शोल्डर प्रेस, एयर वॉकर, सिट-अप बोर्ड और लेग प्रेस जैसी मशीनें शामिल हैं। इन मशीनों का उपयोग सभी उम्र के लोग कर सकते हैं, जिससे बुजुर्गों और बच्चों दोनों को फायदा होगा।

फिटनेस के लिए मुफ्त सुविधाएं

इस पहल से गांव के लोगों को फिटनेस के लिए महंगी जिम की सदस्यता लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे मुफ्त में इन सार्वजनिक जिमों का उपयोग करके अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं। प्राधिकरण का मानना है कि इस तरह की पहल से गांव में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा मिलेगा और लोग अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल कर पाएंगे।

प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा के अन्य गांवों में भी इसी तरह के ओपन-एयर जिम स्थापित किए जाएंगे। इस योजना से गांव के युवाओं को भी अपनी फिटनेस पर ध्यान देने का मौका मिलेगा, जो अक्सर शहरों में रहने वाले युवाओं की तुलना में ऐसे अवसरों से वंचित रह जाते हैं।

गांव की तस्वीर बदलती एक पहल

यह पहल सिर्फ एक जिम स्थापित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गांवों में सामाजिक और स्वास्थ्य चेतना को बढ़ावा देने का एक प्रयास है। जिम के अलावा, प्राधिकरण गांवों में शौचालयों का निर्माण, जल निकासी प्रणाली में सुधार और अन्य बुनियादी सुविधाओं को भी बेहतर बना रहा है। इन सभी प्रयासों का लक्ष्य गांवों को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाना है।

गांव के निवासियों ने भी प्राधिकरण की इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह एक अच्छी शुरुआत है और इससे गांव के लोगों को एक जगह पर इकट्ठा होने और साथ मिलकर व्यायाम करने का मौका मिलेगा। इससे सामुदायिक भावना भी मजबूत होगी।

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