पालघर में हाई अलर्ट: मालवाहक जहाज से गिरे 48 कंटेनर, तट पर आने की आशंका

महाराष्ट्र के पालघर जिले की पुलिस और तटीय एजेंसियों को अलर्ट जारी, समुद्र में गिरे कंटेनरों के बहकर किनारे आने का खतरा।

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  • अरब सागर में एक मालवाहक जहाज ‘एमवी फीनिक्स 15’ से 48 कंटेनर गिर गए, जिससे महाराष्ट्र के पालघर तट पर उनके बहकर आने की आशंका है।
  • इस घटना के बाद पालघर पुलिस ने सभी तटीय पुलिस स्टेशनों, मछुआरों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
  • अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि यदि कोई कंटेनर या उससे संबंधित सामग्री मिलती है तो तुरंत भारतीय नौसेना या तटरक्षक बल को सूचित करें, और कंटेनरों से दूर रहें।

समग्र समाचार सेवा
पालघर, 19 अगस्त, 2025: अरब सागर में एक बड़ा समुद्री हादसा हुआ है, जिसने महाराष्ट्र के पालघर जिले की चिंता बढ़ा दी है। ओमान के सालाह से लगभग 20 समुद्री मील दूर, ‘एमवी फीनिक्स 15’ नामक एक मालवाहक जहाज से कुल 48 कंटेनर समुद्र में गिर गए। यह घटना खराब मौसम और समुद्र में तेज हवाओं के कारण हुई, जिससे जहाज का संतुलन बिगड़ गया और कंटेनर पानी में समा गए। इस घटना के बाद, नौवहन महानिदेशालय ने एक संदेश जारी कर संबंधित तटीय राज्यों को सतर्क किया है, क्योंकि इन कंटेनरों के बहकर किनारे पर आने की प्रबल आशंका है।

पालघर पुलिस हुई सतर्क, जारी किया अलर्ट

उच्च अधिकारियों से मिले संदेश के बाद, पालघर पुलिस को तत्काल अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस ने सोमवार को एक संदेश प्रसारित किया, जिसमें जिले के सभी समुद्री और खाड़ी पुलिस स्टेशनों को इन कंटेनरों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया गया है। सफाला, केलवा, सतपति, तारापुर, वांगाओं, डहाणू और घोलवड़ जैसे तटीय इलाकों के पुलिस स्टेशनों को विशेष रूप से सतर्क रहने को कहा गया है। इसके अलावा, जिला प्रशासन ने भी स्थानीय मछुआरों और तट पर रहने वाले लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें समुद्र में तैरता हुआ कोई कंटेनर या उससे संबंधित कोई वस्तु दिखाई दे, तो वे तुरंत इसकी सूचना भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल या स्थानीय पुलिस को दें।

कंटेनरों के अंदर क्या है? बड़ा सवाल

सबसे बड़ी चिंता का विषय इन कंटेनरों के भीतर मौजूद सामान है। अधिकारियों को आशंका है कि इनमें से कुछ कंटेनरों में खतरनाक या ज्वलनशील पदार्थ हो सकते हैं। यदि ये कंटेनर तट पर आते हैं और खुल जाते हैं, तो यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि स्थानीय आबादी के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। इसलिए, प्रशासन ने लोगों को इन कंटेनरों से दूर रहने और उन्हें छूने या खोलने की कोशिश न करने की सलाह दी है। इसके अलावा, कंटेनरों के बहकर आने से समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को भी गंभीर नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि इनमें से कुछ कंटेनर दशकों तक समुद्र में रह सकते हैं, जिससे समुद्री जीवों को खतरा होता है।

तटीय सुरक्षा पर बढ़ा फोकस

इस घटना के बाद, पालघर पुलिस केंद्रीय समुद्री एजेंसियों के साथ मिलकर कोंकण तटरेखा की लगातार निगरानी कर रही है। उनका मुख्य उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और यह सुनिश्चित करना है कि कंटेनरों से कोई खतरा न हो। भारतीय तटरक्षक बल भी लापता कंटेनरों का पता लगाने और उन्हें बरामद करने के लिए प्रयास कर रहा है। अतीत में भी ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब जहाज से कंटेनर समुद्र में गिर गए और बाद में तट पर पाए गए, लेकिन इस बार संख्या काफी बड़ी है, जिससे चिंता बढ़ गई है। इस घटना ने एक बार फिर से समुद्री सुरक्षा और जहाजों पर कंटेनरों को सुरक्षित रखने के नियमों की समीक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया है।

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