पुरी के माँ ठाकुरानी मंदिर में धमकी भरे संदेश से हड़कंप, सुरक्षा पर उठे सवाल
जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा में चूक का संदेह, पुलिस कर रही है जांच।
- पुरी में माँ ठाकुरानी मंदिर की दीवार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जगन्नाथ मंदिर के खिलाफ धमकी भरे संदेश लिखे गए हैं।
- संदेश में ‘आतंकवादी मंदिर को नष्ट कर देंगे’ जैसी आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों और प्रशासन में हड़कंप है।
- यह घटना जगन्नाथ मंदिर के परिक्रमा प्रोजेक्ट के पास हुई है, जहां सुरक्षा में चूक को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
समग्र समाचार सेवा
पुरी, 13 अगस्त – पुरी, ओडिशा में बुधवार को एक बड़ी सुरक्षा चिंता तब सामने आई जब मां ठाकुरानी मंदिर की दीवार पर हमले की धमकी भरे संदेश लिखे पाए गए। यह मंदिर जगन्नाथ मंदिर के परिक्रमा प्रोजेक्ट के रास्ते के बालिसाही प्रवेश द्वार के पास स्थित है। दीवार पर लिखे गए इन संदेशों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल था, जिससे स्थानीय लोगों और प्रशासन में हड़कंप मच गया।
धमकी भरे संदेशों में लिखा था – “आतंकवादी मंदिर को नष्ट कर देंगे”। इसके साथ कई फोन नंबर और “Call me” जैसे वाक्य भी लिखे गए थे। इसके अलावा “कुल बुड़िबा” जैसे शब्द भी साफ-साफ अंकित थे।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
घटना परिक्रमा पथ के दक्षिणी हिस्से में हुई, जो हमेशा सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा गार्डों की निगरानी में रहता है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि इतनी संवेदनशील जगह पर यह ग्रैफिटी आखिर कैसे लिखी गई और किसी की नजर क्यों नहीं पड़ी। यह पहला मौका नहीं है जब जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा पर सवाल उठे हों। केंद्र गृह मंत्रालय और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) पहले भी सुरक्षा कड़ी करने की सिफारिश कर चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार, परिक्रमा पथ पर लगाए गए कई सीसीटीवी कैमरे अभी भी काम नहीं कर रहे हैं।
पुलिस का बयान
पुरी के एसपी पिनाक मिश्रा ने बताया, “आज सुबह हमें सोशल मीडिया और अन्य स्रोतों से जानकारी मिली कि बुढ़ी मां ठाकुरानी मंदिर की दीवार पर कुछ लिखा गया है। जांच में पता चला कि इसमें जगन्नाथ मंदिर को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। यह मामला मंदिर की सुरक्षा से जुड़ा है, इसलिए हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। हमारी विशेष टीम यह जांच कर रही है कि यह कब और किस समय लिखा गया। घटना स्थल से अहम सुराग मिले हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “जैसे ही आरोपी पकड़ा जाएगा, इसका मकसद साफ हो जाएगा। परिक्रमा प्रोजेक्ट में सीसीटीवी कवरेज शामिल है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में काम अभी अधूरा है। हम यह भी जांच रहे हैं कि जिस जगह यह घटना हुई, वहां कैमरे चालू थे या नहीं। फिलहाल हमारे पास कुछ ठोस सुराग हैं और हम उन पर काम कर रहे हैं।”
सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग
इस घटना के बाद एक बार फिर जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा तुरंत मजबूत करने की मांग उठी है, ताकि देश के इस सबसे पवित्र तीर्थस्थल की सुरक्षा पर कोई खतरा न मंडरा सके।