बिहार में वोट चोरी का आरोप: 3 लाख घरों का नंबर ‘0’, तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के नाम दो वोटर लिस्ट में मिलने से मचा बवाल, चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस।

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  • बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है।
  • नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुलासा किया है कि 3 लाख घरों के हाउस नंबर ‘0’ या ‘000’ हैं, और इसे ‘वोट चोरी’ की साजिश बताया है।
  • इस मुद्दे पर सियासत गर्म हो गई है, क्योंकि तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पर भी दो-दो वोटर आईडी कार्ड रखने का आरोप लगाया है।

समग्र समाचार सेवा
पटना, 12 अगस्त – बिहार में आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर बड़ा सियासी घमासान छिड़ गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि राज्य में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान 3 लाख घरों के हाउस नंबर ‘0’, ‘000’ या ‘0-0000’ दर्ज किए गए हैं। तेजस्वी ने इसे भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से ‘वोट चोरी’ और साजिश बताया है, जिसका उद्देश्य लाखों मतदाताओं के नाम सूची से हटाना है। इस आरोप के बाद सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।

क्या है वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का पूरा मामला?

दरअसल, चुनाव आयोग बिहार में वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) चला रहा है। इस प्रक्रिया के तहत, तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ‘एक ही घर के अंदर 400 से 500 वोटर हैं, एक ही मोहल्ले में हजारों वोटर दर्ज हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि 3 लाख घरों का नंबर 0, 000, 0000 है।’ तेजस्वी ने इसे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ बताया और कहा कि बिना हाउस नंबर के ये वोटर कहां रहते हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।

तेजस्वी का बड़ा आरोप: डिप्टी सीएम के पास भी 2 वोटर ID?

वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर सवाल उठाते हुए, तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पर भी सीधा हमला किया। तेजस्वी ने दावा किया कि खुद विजय सिन्हा के पास दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों—पटना के बांकीपुर और लखीसराय—के वोटर आईडी कार्ड हैं। इतना ही नहीं, दोनों कार्ड में उनकी उम्र भी अलग-अलग है। तेजस्वी ने चुनाव आयोग से सवाल किया कि अगर एक आम आदमी पर दो वोटर आईडी रखने पर कार्रवाई होती है, तो क्या डिप्टी सीएम को भी नोटिस भेजा जाएगा? इस आरोप के बाद पटना के एसडीएम ने विजय सिन्हा को नोटिस जारी कर 14 अगस्त तक जवाब मांगा है।

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या दिया जवाब?

तेजस्वी यादव के आरोपों पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने पलटवार करते हुए उन्हें ‘जंगलराज का युवराज’ बताया। विजय सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने बांकीपुर से अपना नाम हटाने के लिए 30 अप्रैल 2024 को ही आवेदन दे दिया था, लेकिन यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने 5 अगस्त को बीएलओ को फिर से आवेदन दिया है और दावा किया कि फाइनल वोटर लिस्ट आने पर उनका नाम सिर्फ लखीसराय में ही रहेगा। उन्होंने तेजस्वी पर जनता को गुमराह करने और संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाने का आरोप लगाया।

चुनावी माहौल में बढ़ी सियासी जंग

बिहार में विधानसभा चुनाव करीब होने के कारण यह मुद्दा अब सियासी लड़ाई का केंद्र बन गया है। विपक्षी दल इसे सरकार द्वारा वोटरों को प्रभावित करने की साजिश बता रहे हैं, वहीं सत्ता पक्ष इसे विपक्ष की हताशा बता रहा है। चुनाव आयोग के लिए भी यह एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि उसे अपनी निष्पक्षता को साबित करना होगा। इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में और भी गरमा-गरमी देखने को मिल सकती है।

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