तकनीक पर सवाल: ब्रिटेन का F-35B लड़ाकू विमान जापान में आपातकाल में उतरा
एक ही विमान में लगातार दूसरी बार खराबी ने बढ़ाई चिंता, अमेरिका में बना यह फाइटर जेट क्यों बन रहा परेशानी का सबब?
- ब्रिटिश रॉयल नेवी के F-35B लड़ाकू विमान को तकनीकी खराबी के कारण जापान के कागोशिमा एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।
- यह वही विमान है जो हाल ही में भारत के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर हाइड्रोलिक फेलियर के कारण 37 दिनों तक ग्राउंडेड रहा था।
- इस घटना ने दुनिया के सबसे महंगे और अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों में से एक F-35B की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 अगस्त – दुनिया के सबसे महंगे और अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों में से एक, अमेरिका में बने F-35B की विश्वसनीयता पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ब्रिटिश रॉयल नेवी के एक F-35B लड़ाकू विमान को जापान के कागोशिमा एयरपोर्ट पर तकनीकी खराबी के कारण आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। यह घटना इसलिए और भी चिंताजनक है क्योंकि यह उसी F-35B में खराबी का दूसरा हालिया मामला है, जो कुछ समय पहले भारत में 37 दिनों तक ग्राउंडेड रहा था। पायलट ने विमान में कुछ मैकेनिकल प्रॉब्लम की जानकारी दी थी, जिसके बाद उसे इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
क्या हुआ जापान में F-35B विमान के साथ?
जापान के कागोशिमा एयरपोर्ट पर हुई इस घटना ने दुनिया भर में रक्षा विशेषज्ञों को चौंका दिया है। बताया जा रहा है कि F-35B का पायलट अपनी रूटीन उड़ान पर था, तभी उसे विमान में कुछ तकनीकी खराबी का एहसास हुआ। उसने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचना दी और आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति मांगी। कागोशिमा एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद विमान की जांच की गई, जिसमें उसकी खराबी की पुष्टि हुई। इस घटना से एक बार फिर यह साबित होता है कि भले ही F-35B तकनीक में कितना भी एडवांस हो, लेकिन उसकी विश्वसनीयता पर अभी भी सवालिया निशान लगा हुआ है।
भारत में 37 दिन तक क्यों रुका था विमान?
इस घटना का भारत से सीधा संबंध है। क्योंकि यह वही विमान है, जो 14 जून, 2025 को हाइड्रोलिक फेलियर के कारण भारत के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग के बाद 37 दिनों तक ग्राउंडेड रहा था। उस वक्त ब्रिटेन से विशेषज्ञ और इंजीनियरों की एक टीम भारत आई थी, जिन्होंने विमान की मरम्मत की थी। मरम्मत के बाद ही विमान को वापस ब्रिटेन भेजा गया था। एक ही विमान में इतनी जल्दी दूसरी बड़ी खराबी आना, उसकी डिजाइन और मेंटेनेंस को लेकर सवाल खड़े करता है। यह घटना उन सभी देशों के लिए चिंता का विषय है जो इस विमान का इस्तेमाल कर रहे हैं या खरीदने पर विचार कर रहे हैं।
सबसे महंगे फाइटर जेट की विश्वसनीयता पर सवाल
F-35B एक ‘स्टील्थ फाइटर जेट’ है, जो अपनी उन्नत क्षमताओं के लिए जाना जाता है। इसे अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, इज़राइल सहित कई देशों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इसकी कीमत 100 मिलियन डॉलर से अधिक है। एक इतने महंगे और अत्याधुनिक विमान में बार-बार खराबी आने से इसकी प्रतिष्ठा को धक्का लगा है। यह घटना इस बात का संकेत देती है कि अत्याधुनिक तकनीक भी हमेशा निर्दोष नहीं होती। यह उन देशों के लिए एक सबक है, जो अपनी रक्षा जरूरतों के लिए पूरी तरह से आयातित तकनीक पर निर्भर करते हैं।