पंजाब CM भगवंत मान को जान से मारने की धमकी, 3 जगहों पर लिखे खालिस्तानी नारे
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सीएम को दी धमकी, पुलिस और सरकार का सख्त रुख, सुरक्षा बढ़ाई गई।
- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जान से मारने की धमकी दी है।
- पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कहा कि 15 अगस्त को भगवंत मान फरीदकोट में निशाने पर रहेंगे, जिससे सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गई हैं।
- अमृतसर में बस स्टैंड के पास एक मंदिर, कोर्ट परिसर और खालसा कॉलेज की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए हैं।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7 अगस्त, 2025 – पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बड़ा खतरा सामने आया है। खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भगवंत मान को जान से मारने की धमकी दी है। पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कहा कि इस बार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान भगवंत मान फरीदकोट में निशाने पर रहेंगे। इस धमकी के बाद, पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं और पुलिस तथा खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
कहां-कहां मिले खालिस्तानी नारे?
धमकी के साथ ही, अमृतसर में तीन अलग-अलग जगहों पर खालिस्तानी नारे भी लिखे गए हैं, जिससे इस घटना की गंभीरता और भी बढ़ गई है। ये नारे बस स्टैंड के पास एक मंदिर की दीवारों पर, कोर्ट परिसर में और खालसा कॉलेज की दीवारों पर लिखे गए थे। इन नारों में ‘एसएफजे रेफरेंडम जिंदाबाद’ और ‘भगवंत मान मुर्दाबाद’ जैसे नारे शामिल हैं। इन नारों को हटाने के लिए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की जांच में जुटी है। यह घटना खालिस्तानी समर्थकों की पंजाब में बढ़ती सक्रियता का संकेत है।
धमकी के पीछे कौन और क्या है मकसद?
धमकी के पीछे खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का नाम सामने आया है। पन्नू लंबे समय से भारत के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है और पंजाब में अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। उसने अपने वीडियो में सीएम भगवंत मान को निशाना बनाने की बात कही है। पन्नू ने पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग पॉलिसी को लेकर भी लोगों को भड़काने की कोशिश की है। उसकी मंशा साफ है: पंजाब में अशांति फैलाना, सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाना और खालिस्तानी आंदोलन को फिर से हवा देना।
पुलिस और सरकार का सख्त रुख
हालांकि, लेख में पुलिस की तत्काल प्रतिक्रिया का विवरण नहीं दिया गया है, लेकिन ऐसी घटनाओं के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाता है। पिछले साल भी गणतंत्र दिवस से पहले पन्नू ने सीएम मान को इसी तरह की धमकी दी थी। उस समय सीएम को फरीदकोट में झंडा फहराना था, लेकिन धमकी के बाद उनका कार्यक्रम बदल दिया गया था। पुलिस ने उस समय इसे ‘व्यस्त शेड्यूल’ बताया था। लेकिन इस बार की धमकी को सुरक्षा एजेंसियां अधिक गंभीरता से ले रही हैं। पुलिस ने इन नारों को लिखने वालों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और सीएम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि ऐसी धमकियों के आगे वह नहीं झुकेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।