समग्र समाचार सेवा
सिरसा ,5 अगस्त -सुनारिया जेल में बलात्कार और हत्या के मामलों में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर 40 दिन की पैरोल पर मंगलवार सुबह जेल से बाहर आ गया। जेल से निकलते ही वह अपने काफिले के साथ सीधे सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय की ओर रवाना हुआ।
यह 2020 से अब तक राम रहीम की 14वीं बार अस्थायी रिहाई है। अप्रैल 2025 में उसे 21 दिन की फरलो दी गई थी।
अब तक 326 दिन जेल से बाहर
आंकड़ों के अनुसार, राम रहीम अब तक कुल 326 दिन जेल से बाहर रह चुका है। इस तरह की बार-बार की रिहाई से कानून व्यवस्था और न्यायिक प्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
किन मामलों में दोषी है राम रहीम?
राम रहीम को 2017 में दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार का दोषी ठहराया गया था। इसके अलावा उसने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या में भी साजिश रची थी, जिसमें वह दोषी पाया गया। उसे 20 साल की सजा सुनाई गई है।
राजनीतिक विवाद और आलोचना
राम रहीम की बार-बार होने वाली रिहाई को लेकर राजनीतिक गलियारों और सामाजिक संगठनों में तीखी आलोचना हो रही है। कई लोगों का मानना है कि यह “चुनावी लाभ” और “धार्मिक प्रभाव” का नतीजा है। विपक्षी दलों ने इस पैरोल को सरकार की साजिश बताया है।
सिरसा में बढ़ाई गई सुरक्षा
राम रहीम की रिहाई के बाद सिरसा में डेरा मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तरह अलर्ट पर है। डेरा समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
प्रवचन या प्रचार?
रिहाई के दौरान राम रहीम अक्सर सोशल मीडिया पर धार्मिक प्रवचन या वीडियो संदेश साझा करता है, जिन्हें लाखों अनुयायी देखते हैं। इससे पीड़ित परिवारों और मानवाधिकार संगठनों में आक्रोश है, जो बार-बार सजायाफ्ता व्यक्ति को मिली छूट को अनुचित मानते हैं।
आगे की निगरानी
फिलहाल राम रहीम 40 दिनों के लिए जेल से बाहर रहेगा। इस दौरान उसके कार्यक्रमों और सार्वजनिक गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियां नजर रखेंगी।