दिल्ली में लोकसभा सांसद आर सुधा से चेन स्नैचिंग, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
दिल्ली में अपराधियों के हौसले बुलंद, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
- दिल्ली में एक चौंकाने वाली घटना में लोकसभा सांसद आर सुधा से चेन स्नैचिंग हो गई है।
- सांसद पर हमला तब हुआ जब वह दिनदहाड़े एक स्थानीय बाजार में खरीदारी कर रही थीं।
- इस घटना ने राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 अगस्त, 2025 – देश की राजधानी दिल्ली में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है, और अब अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे जनता के प्रतिनिधियों को भी निशाना बनाने से नहीं हिचक रहे हैं। एक बेहद चौंकाने वाली घटना में, लोकसभा सांसद आर सुधा से दिनदहाड़े एक स्थानीय बाजार में उनकी सोने की चेन छीन ली गई। इस घटना ने न केवल सांसद की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, बल्कि दिल्ली की कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। पुलिस ने इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्या हुआ था घटना के दिन?
यह घटना तब हुई जब लोकसभा सांसद आर सुधा अपने कुछ निजी काम से एक स्थानीय बाजार में गई थीं। वे आम नागरिकों की तरह ही बाजार में खरीदारी कर रही थीं। इसी दौरान, अचानक पीछे से आए दो बाइक सवारों ने तेजी से उनकी गर्दन से सोने की चेन खींची और फरार हो गए। अचानक हुई इस घटना से सांसद और उनके साथ मौजूद लोग हतप्रभ रह गए। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, अपराधी भीड़ में गायब हो चुके थे। इस घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पड़ताल शुरू की।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और जांच
इस हाई-प्रोफाइल मामले की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। इसके साथ ही पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और नाकेबंदी कर वाहनों की तलाशी भी ली जा रही है। हालांकि, घटना के कई घंटे बीत जाने के बाद भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
कानून व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल
किसी सांसद के साथ इस तरह की वारदात होना दिल्ली की कानून व्यवस्था पर एक बड़ा सवालिया निशान है। अगर एक जनप्रतिनिधि भी राजधानी में सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा? यह घटना दर्शाती है कि स्नैचिंग और अन्य छोटे-मोटे अपराध दिल्ली में कितनी आम बात हो गए हैं। विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि यह घटना राजधानी में बढ़ती अराजकता और अपराध के प्रति पुलिस की ढिलाई का प्रमाण है।
सांसदों की सुरक्षा और चुनौतियाँ
आम तौर पर, सांसदों को उनके निवास और संसद सत्र के दौरान विशेष सुरक्षा दी जाती है, लेकिन रोजमर्रा के कामों के लिए वे भी आम नागरिकों की तरह ही बाहर निकलते हैं। इस घटना ने सांसदों की निजी सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर किया है। यह एक गंभीर मुद्दा है, क्योंकि अगर जनप्रतिनिधियों को इस तरह के हमलों का सामना करना पड़े, तो वे जनता की सेवा में कैसे ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।