आइजोल पहुँची पहली ट्रेन, मिजोरम में रेलवे का ऐतिहासिक आगमन
आजादी के 78 साल बाद मिजोरम को मिली रेलवे कनेक्टिविटी, दूरदराज के गांवों में ट्रेन देखकर खुशी से झूम उठे लोग।
- मिजोरम की राजधानी आइजोल में पहली बार ट्रेन पहुँची, जो एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण था।
- यह रेलवे लाइन 48 सुरंगों और 140 से अधिक पुलों को पार करती है, जो इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना है।
- इस परियोजना ने मिजोरम को देश के बाकी हिस्सों से ‘सही मायने में’ जोड़ा है, जिससे पूर्वोत्तर के विकास को नई गति मिलेगी।
समग्र समाचार सेवा
आइजोल, 4 अगस्त, 2025 – पूर्वोत्तर भारत के खूबसूरत राज्य मिजोरम की राजधानी आइजोल ने हाल ही में एक ऐतिहासिक पल का अनुभव किया, जब पहली बार कोई ट्रेन यहां पहुँची। यह सिर्फ एक नई ट्रेन सेवा की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह मिजोरम के लोगों के लिए सपनों के सच होने जैसा है। आजादी के 78 साल बाद, मिजोरम अब सचमुच भारतीय रेलवे नेटवर्क से जुड़ गया है। यह उपलब्धि एक बहुत बड़ी इंजीनियरिंग चुनौती को पार करने के बाद हासिल हुई है, जिसमें 48 सुरंगों और 140 से अधिक पुलों का निर्माण शामिल है।
इंजीनियरिंग का कमाल: पहाड़ और घाटियों को चीरकर पहुंची रेल
मिजोरम का दुर्गम और पहाड़ी इलाका इस रेलवे लाइन के निर्माण को सबसे मुश्किल परियोजनाओं में से एक बनाता है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए इंजीनियरों को गहरी घाटियों और ऊंचे पहाड़ों को पार करना पड़ा। लगभग 48 सुरंगों को खोदना पड़ा और 140 से अधिक पुलों का निर्माण करना पड़ा, जिनमें से कुछ की ऊंचाई मीलों तक है। यह सिर्फ एक रेल ट्रैक नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प, नवाचार और देश को जोड़ने की इच्छाशक्ति का प्रतीक है। जिन लोगों ने पहले केवल 16 सीटों वाले छोटे विमानों या खतरनाक पहाड़ी सड़कों से यात्रा की है, उनके लिए यह बदलाव किसी चमत्कार से कम नहीं है।
लोगों में खुशी और गर्व का माहौल
जैसे ही पहली ट्रेन आइजोल पहुंची, लोगों में जबरदस्त उत्साह और खुशी देखने को मिली। हजारों की संख्या में लोग स्टेशन पर इकट्ठा हुए और ‘भारत माता की जय’ और ‘जय हिंद’ के नारे लगाए। कई बुजुर्ग ग्रामीणों के लिए, यह पहली बार था जब उन्होंने अपनी आंखों से एक चलती हुई ट्रेन देखी। उनकी आँखों में खुशी और आश्चर्य दोनों थे। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमने अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि हमारे शहर में भी ट्रेन आएगी। यह हमारे लिए एक सपना सच होने जैसा है।” यह क्षण मिजोरम के लोगों को भारतीय मुख्यधारा से जोड़ने और उनमें राष्ट्रीय भावना को मजबूत करने का काम करेगा।
विकास की नई राह और मीडिया की भूमिका
इस रेलवे कनेक्टिविटी से मिजोरम में व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी। अब किसान अपनी उपज को देश के दूसरे हिस्सों तक आसानी से पहुंचा सकेंगे, और छात्रों और पर्यटकों के लिए यात्रा करना आसान हो जाएगा। यह परियोजना ‘न्यू इंडिया’ के उस सपने का हिस्सा है, जहाँ सरकार का लक्ष्य देश के हर कोने को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया ने नकारात्मक खबरों में व्यस्तता के कारण इस ऐतिहासिक उपलब्धि को उतना कवरेज नहीं दिया। यह हमारे लिए मौका है कि हम इस उपलब्धि को जश्न मनाएं और सकारात्मकता को बढ़ावा दें।