भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता: ऐतिहासिक डील से मिलेगा दोनों देशों को फायदा

34 अरब डॉलर के व्यापार विस्तार के साथ दोनों देशों को मिलेगा आर्थिक लाभ - उपभोक्ताओं के लिए सस्ती वस्तुएं और व्यापारियों के लिए नए अवसर

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  • 24 जुलाई 2025 को हस्ताक्षर – भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर हस्ताक्षर
  • 90% उत्पादों पर शुल्क में कमी – ब्रिटिश उत्पादों पर आयात शुल्क घटेगा, कई भारतीय वस्तुएं सस्ती होंगी
  • 34 बिलियन डॉलर का व्यापार बढ़ोतरी – 2040 तक द्विपक्षीय व्यापार में सालाना 34 अरब डॉलर की वृद्धि की उम्मीद

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24 जुलाई, 2025: 24 जुलाई 2025 को भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए, जो दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करता है। 6 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बीच अंतिम बातचीत के बाद समझौता तय हुआ था।

यह समझौता तीन साल की लंबी बातचीत का नतीजा है, जो जनवरी 2022 में शुरू हुई थी और 15 राउंड की वार्ता के बाद अंततः संपन्न हुआ। लेबर पार्टी के सत्ता में आने के बाद फरवरी 2025 में बातचीत तेज हुई और अप्रैल में अंतिम चर्चा के बाद डील फाइनल हुई।

व्यापार में होगी भारी बढ़ोतरी

इस समझौते से 2040 तक द्विपक्षीय व्यापार में सालाना 34 अरब डॉलर की वृद्धि होने की उम्मीद है। यह विश्व की 5वीं और 6वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है जो वैश्विक व्यापार में अस्थिरता के दौर में दोनों देशों को मजबूती प्रदान करेगा।
वर्तमान में भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 20 बिलियन डॉलर का है, जो इस समझौते के बाद तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। ब्रिटिश सरकार ने इसे “भारी आर्थिक जीत” और “मील का पत्थर व्यापार समझौता” बताया है।

भारतीय उपभोक्ताओं को होगा फायदा

समझौते के तहत 90% ब्रिटिश उत्पादों पर शुल्क में कमी होगी, जिसमें व्हिस्की, खाद्य पदार्थ और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं। आयात शुल्क में रियायतों से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और उपभोक्ताओं को भी लाभ होगा।

भारतीय बाजार में सस्ती होने वाली चीजों में शामिल हैं:

ब्रिटिश व्हिस्की और जिन
इलेक्ट्रॉनिक सामान और गैजेट्स
कॉस्मेटिक्स और ब्यूटी प्रोडक्ट्स
मेडिकल डिवाइसेज और दवाइयां
ऑटोमोबाइल और मशीनरी
फैशन और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स

भारतीय निर्यातकों के लिए सुनहरा अवसर

इस व्यापार समझौते से ब्रिटेन में भारतीय वस्तुओं और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए बेहतर बाजार पहुंच उपलब्ध होगी। श्रम-प्रधान उत्पादों जैसे चमड़ा, जूते और कपड़ों का रियायती दरों पर निर्यात संभव होगा।

भारतीय कंपनियों को मिलने वाले मुख्य फायदे:

टेक्सटाइल और अपैरल का आसान निर्यात
IT सेवाओं में बेहतर पहुंच
फार्मास्यूटिकल्स का विस्तृत बाजार
इंजीनियरिंग गुड्स की बढ़ती मांग
कृषि उत्पादों का नया बाजार

सेवा क्षेत्र में नई संभावनाएं

इस समझौते का सबसे बड़ा फायदा सेवा क्षेत्र को होगा। भारतीय IT कंपनियों, कंसल्टेंसी फर्मों और प्रोफेशनल सर्विसेज प्रोवाइडर्स को ब्रिटिश बाजार में आसान पहुंच मिलेगी। समझौता दिन एक से ही UK के व्यापारियों के लिए भारत के साथ व्यापार को सस्ता, आसान और तेज बनाएगा।

प्रमुख सेवा क्षेत्र जिन्हें फायदा होगा:

सूचना प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर
वित्तीय सेवाएं
स्वास्थ्य सेवाएं
शिक्षा और प्रशिक्षण
पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी

रोजगार सृजन की नई उम्मीदें

यह समझौता व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा देगा। दोनों देशों में लाखों नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद है, खासकर निर्यात आधारित उद्योगों में।

भारत में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे:

टेक्सटाइल और गारमेंट इंडस्ट्री में
IT और टेक्नोलॉजी सेक्टर में
फार्मा और हेल्थकेयर में
ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग में

चुनौतियां और आगे का रास्ता

हालांकि यह समझौता फायदेमंद है, कुछ चुनौतियां भी हैं। कुछ सेक्टर्स में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है और छोटे व्यापारियों को शुरुआत में कठिनाई हो सकती है। हालांकि कुछ चीजें महंगे भी होंगे, लेकिन समग्र प्रभाव सकारात्मक होगा।
इस समझौते को पूरी तरह लागू करने में कुछ समय लगेगा, लेकिन तत्काल प्रभाव से दोनों देशों के व्यापारी समुदाय को फायदा होना शुरू हो जाएगा।

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह न केवल आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाएगा बल्कि रणनीतिक साझेदारी को भी नई दिशा देगा। उपभोक्ताओं, व्यापारियों और नौकरी तलाश रहे लोगों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है।

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