जमीनी स्तर से प्रतिभाओं को मिलेगा वैश्विक मंच: डॉ. राकेश मिश्र
रायबरेली में बॉक्सिंग का भविष्य उज्ज्वल: फेडरेशन लाया नई सौगातें
- रायबरेली में प्रथम रामकृष्ण स्मारक इलीट राष्ट्रीय चैंपियनशिप का सफल समापन।
- डॉ. राकेश मिश्र ने की इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन की भविष्य की योजनाओं की घोषणा।
- खिलाड़ियों को पेशेवर मंच और आर्थिक मजबूती देने के लिए इंडियन बॉक्सिंग लीग की शुरुआत होगी।
समग्र समाचार सेवा
रायबरेली/लखनऊ, 22 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मंगलवार, 22 जुलाई 2025 को आयोजित प्रथम राम कृष्ण स्मारक इलीट राष्ट्रीय चैंपियनशिप का सफल समापन हुआ। इस अवसर पर इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए देश में बॉक्सिंग के भविष्य को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि यह चैंपियनशिप देश भर के 11 राज्यों से आए महिला और पुरुष वर्ग के मुक्केबाजों की प्रतिभा को निखारने का एक सफल मंच साबित हुई।

फेडरेशन का लक्ष्य: जमीनी स्तर से प्रतिभाओं को निखारना
डॉ. मिश्र ने अपनी पत्रकार वार्ता में बताया कि इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन का मुख्य उद्देश्य देश के निचले स्तर के खिलाड़ियों को पहचानना, उन्हें प्रतिस्पर्धा का मौका देना और उनकी प्रतिभा को तराशना है। फेडरेशन लगातार ऐसे आयोजनों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो खिलाड़ियों को न केवल एक मंच प्रदान करें, बल्कि उन्हें पेशेवर मुक्केबाजी के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित करें। उनका मानना है कि ऐसे आयोजन ही भारत में बॉक्सिंग को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।

अगस्त में ‘नाइट फाइट फिस्टा’ और जल्द ‘इंडियन बॉक्सिंग लीग’
अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने आगे की योजनाओं का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में फेडरेशन दो दिवसीय ‘नाइट फाइट फिस्टा’ का आयोजन करेगा। इस तरह के अनूठे आयोजन खिलाड़ियों को एक अलग तरह का अनुभव देंगे और उन्हें बड़े स्तर के मुकाबलों के लिए तैयार करेंगे। सबसे बड़ी घोषणा यह रही कि इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन आने वाले समय में एक भव्य ‘इंडियन बॉक्सिंग लीग’ की शुरुआत करने जा रहा है। इस लीग का प्राथमिक उद्देश्य देश के मुक्केबाजी खिलाड़ियों को एक बेहतर और स्थायी प्लेटफॉर्म प्रदान करना होगा, जिससे उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का भरपूर अवसर मिले। इसके साथ ही, इस लीग का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य देश के मुक्केबाजी खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मजबूत करना भी है, ताकि वे बिना किसी वित्तीय चिंता के अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकें और अपने सपनों को साकार कर सकें।

रामकृष्ण कटियार चैंपियनशिप का रोमांचक समापन
प्रथम रामकृष्ण कटियार चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबलों में आज आठ मुक्केबाजों ने अपने बेहतरीन और रोचक प्रदर्शन से दर्शकों का मन मोह लिया। इन मुकाबलों ने साबित किया कि भारत में मुक्केबाजी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही मार्गदर्शन और मंच की आवश्यकता है।
इस अवसर पर इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल राकेश ठाकुर, सेंट्रल जोन के अध्यक्ष सुशील कटियार, उत्तर प्रदेश के जनरल सेक्रेटरी उपेंद्र पांडे, प्रो बॉक्सिंग के महासचिव ताबिश भाई, मनमोहन डबराल, पदम सिंह सहित प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और अमेठी जैसे विभिन्न स्थानों से आए बड़ी संख्या में बॉक्सिंग प्रेमी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस आयोजन ने स्थानीय स्तर पर बॉक्सिंग के प्रति उत्साह को बढ़ाया और भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखी।