प्रशांत किशोर को आरा रैली में चोट, पटना लौटे बिना भाषण दिए
प्रशांत किशोर को बिहार में रैली के दौरान लगी चोट, आरा में भाषण दिए बिना पटना लौटे
समग्र समाचार सेवा
पटना/आरा, 18 जुलाई :जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को शुक्रवार को आरा में आयोजित “बिहार बदलाव सभा” के दौरान पसलियों में गंभीर चोट लग गई। घटना उस समय हुई जब वे चलते वाहन पर झुककर आम जनता से संवाद कर रहे थे। भारी भीड़ के दबाव में उनका संतुलन बिगड़ा और वे गाड़ी के दरवाज़े से टकरा गए। पार्टी सूत्रों के अनुसार, चोट पसलियों के पास लगी, जिसके बाद उन्हें तुरंत आरा के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर कर दिया।
इस घटना के कारण प्रशांत किशोर अपनी निर्धारित जनसभा को संबोधित किए बिना पटना लौट गए। प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार के विभिन्न जिलों में पदयात्रा कर रहे हैं और जनता से सीधे संवाद स्थापित कर रहे हैं। उनकी यह पदयात्रा अब तक 665 दिन पूरी कर चुकी है, जिसमें उन्होंने 2,697 गांव, 235 प्रखंड और 1,319 पंचायतों का दौरा किया है।
भीड़ खींच रही हैं रैलियां
बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी जन सुराज पार्टी की रैलियों में भारी संख्या में लोग जुट रहे हैं। प्रशांत किशोर की सादगी और जमीनी संपर्क की रणनीति का असर ग्रामीण इलाकों में साफ देखा जा सकता है। हाल ही में बीजेपी के पूर्व सांसद उदय सिंह को पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जबकि खुद किशोर ने पार्टी में कोई आधिकारिक पद नहीं लिया है।
मतदाता सूची पर साधा था निशाना
16 जुलाई को किशनगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने मतदाता सूची की विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया (SIR) को साजिश करार दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार जानबूझकर कुछ समुदायों के नाम मतदाता सूची से हटा रही है। किशोर ने आश्वासन दिया कि जन सुराज ऐसे सभी पीड़ित लोगों के साथ खड़ी रहेगी और उनके अधिकारों की रक्षा करेगी।
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RJD पर भी किया था हमला
प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने आरजेडी के चुनाव चिन्ह ‘लालटेन’ का जिक्र करते हुए कहा कि “आरजेडी ने मुस्लिम समुदाय को केवल अपनी लालटेन जलाने के लिए केरोसिन माना है, लेकिन अब इस समुदाय ने बहुत कुछ सह लिया है।” यह बयान किशोर की रणनीति को दर्शाता है, जिसके तहत वे परंपरागत मुस्लिम वोटबैंक को आरजेडी से छीनकर जन सुराज की ओर मोड़ना चाहते हैं।
जन समर्थन और सुरक्षा चिंता
घटना ने प्रशांत किशोर की लोकप्रियता के साथ-साथ उनकी सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इतनी बड़ी संख्या में समर्थकों की मौजूदगी में कोई सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी, यह अब एक गंभीर मुद्दा बन गया है।
जन सुराज पार्टी ने बयान जारी कर कहा है कि प्रशांत किशोर अब पटना में डॉक्टरी निगरानी में हैं और जल्द ही ठीक होकर पुनः जनसंपर्क अभियान में लौटेंगे।