समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली 17 जुलाई — बहुप्रतीक्षित और विवादास्पद फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज़ पर फिलहाल रोक लगी रहेगी। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई सोमवार तक टाल दी है, क्योंकि कोर्ट अब सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित समिति के निर्णय का इंतज़ार कर रहा है।
यह समिति बुधवार दोपहर 2:30 बजे बैठक करने वाली थी और उसे इस फिल्म के रिलीज़ पर उठी आपत्तियों पर विचार करने को कहा गया है, खासकर आरोपी मोहम्मद जावेद द्वारा दायर पुनर्विचार याचिका पर। कोर्ट ने निर्देश दिया है कि यह समिति मामले का जल्द निपटारा करे।
सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म निर्माताओं और मृतक कन्हैयालाल के बेटे को पुलिस से संपर्क कर सुरक्षा सुनिश्चित करने की अनुमति भी दी है, बशर्ते कि पुलिस द्वारा खतरे का उचित मूल्यांकन किया गया हो।
‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म राजस्थान के उदयपुर में जून 2022 में हुई दर्ज़ी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या पर आधारित है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हत्या को मोहम्मद रियाज़ और मोहम्मद गौस ने अंजाम दिया था। हत्यारों ने बाद में वीडियो जारी कर कहा था कि उन्होंने यह हत्या पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में कथित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर की।
यह फिल्म 11 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली थी, लेकिन एक दिन पहले 10 जुलाई को दिल्ली हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। यह रोक तब तक जारी रहेगी जब तक कि केंद्र सरकार जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा दी गई सीबीएफसी प्रमाणपत्र की पुनरावलोकन याचिका पर कोई फैसला नहीं ले लेती।
इस केस की जांच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) कर रही है और आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है। यह मामला अभी जयपुर स्थित एनआईए की विशेष अदालत में लंबित है।
फिल्म को लेकर देशभर में भारी विवाद है। एक पक्ष इसे आतंकवाद के खिलाफ सच्चाई दिखाने वाला दस्तावेज़ मान रहा है, तो वहीं दूसरा पक्ष इसे सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाली फिल्म बता रहा है। सुप्रीम कोर्ट का अगला फैसला अब केंद्र सरकार की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही सामने आएगा।