शुभांशु शुक्ला की गौरवपूर्ण वापसी पर मंत्रिमंडल का ऐतिहासिक संकल्प
अंतरिक्ष से लौटकर भारत के सपनों को दी नई उड़ान
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17 जुलाई 2025: भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण में, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिनों के अपने सफल अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) मिशन के बाद सकुशल पृथ्वी पर लौट आए हैं। उनकी इस उपलब्धि का पूरे देश ने गर्मजोशी से स्वागत किया है, और इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उनकी वापसी पर एक विशेष संकल्प पारित कर उनका अभिनंदन किया है। यह संकल्प भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं और मानव अंतरिक्ष उड़ान में उसकी आकांक्षाओं का प्रतीक है।
गौरव और उल्लास का राष्ट्रीय अवसर
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई 2025 को अपनी अंतरिक्ष यात्रा से सकुशल धरती पर लौटे, जो भारत की अदम्य आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह पूरे देश के लिए गर्व, गौरव और उल्लास का एक अद्वितीय अवसर है। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मंत्रिमंडल ने देश के साथ मिलकर, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौटने का हार्दिक अभिनंदन किया है। यह मिशन 25 जून 2025 को लॉन्च हुआ था, जिसमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मिशन पायलट के रूप में शामिल थे।
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का नया अध्याय
यह मिशन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा, क्योंकि यह पहली बार था जब कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गया। इस उपलब्धि को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक नया अध्याय माना जा रहा है। यह अंतरिक्ष में भारत की एक बड़ी उड़ान है और हमारे भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों की स्वर्णिम झलक प्रस्तुत करती है। मंत्रिमंडल ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को संभव बनाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और हमारे वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों की पूरी टीम के अथक प्रयासों की सराहना की है।
सूक्ष्मगुरुत्व में अग्रणी प्रयोग
आईएसएस पर अपने प्रवास के दौरान, ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने एक्सिओम-4 क्रू और एक्सपेडिशन 73 के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कई महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रयोग किए। इनमें मांसपेशियों के पुनर्जनन, शैवाल और सूक्ष्मजीवों के विकास, फसल की व्यवहार्यता, सूक्ष्मजीवों के अस्तित्व, अंतरिक्ष में संज्ञानात्मक प्रदर्शन और साइनोबैक्टीरिया के व्यवहार जैसे विषयों पर अध्ययन शामिल थे। ये अध्ययन मानव अंतरिक्ष उड़ान और सूक्ष्मगुरुत्व विज्ञान की वैश्विक समझ को गहरा करेंगे, साथ ही भारत के भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण इनपुट भी प्रदान करेंगे।
वैश्विक मंच पर भारत का बढ़ता कद
यह सफल मिशन अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की वैश्विक स्थिति को महत्वपूर्ण रूप से ऊपर उठाता है। यह भारत की अपनी मानव अंतरिक्ष उड़ान महत्वाकांक्षाओं, जिसमें गगनयान और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन शामिल हैं, की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की अग्रणी भूमिका निभाने के संकल्प की पुष्टि करता है। मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी और निर्णायक नेतृत्व की भी सराहना की है, जिनकी रणनीतिक दूरदर्शिता और भारत की अंतरिक्ष क्षमता में अटूट विश्वास ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में सक्षम बनाया है।
भविष्य के लिए प्रेरणा का स्रोत
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का मिशन केवल एक व्यक्तिगत विजय नहीं है, बल्कि युवा भारतीयों की एक नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का एक स्रोत है। यह वैज्ञानिक स्वभाव को प्रज्वलित करेगा, जिज्ञासा