राहुल गांधी और खरगे पर अवैध कब्जाधारियों का समर्थन करने का आरोप
असम : अतिक्रमण विरोधी अभियान पर बवाल
- असम के धेमाजी में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हिंसक हमला
- राहुल गांधी और खरगे पर अतिक्रमणकारियों को समर्थन देने का आरोप
- मुख्यमंत्री सरमा ने कांग्रेस पर राज्य विरोधी एजेंडे का आरोप लगाया
- कांग्रेस का पलटवार: गरीबों को जबरन हटाया जा रहा
समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी, 17 जुलाई —असम के धेमाजी जिले में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने राज्य सरकार के वैध अभियान के खिलाफ बयान देकर अवैध कब्जाधारियों को समर्थन दिया, जिससे हाल ही में हुई हिंसक झड़पों को बढ़ावा मिला।
राज्य सरकार के मुताबिक, धेमाजी के सीमावर्ती इलाकों में वर्षों से गैरकानूनी रूप से रह रहे लोगों को हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान सरकारी टीम पर भीड़ ने जानलेवा हमला किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी घायल हुए। सरकार का कहना है कि यह हमला योजनाबद्ध था और इसे कांग्रेस नेताओं के उकसावे ने हवा दी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने तीखा हमला करते हुए कहा कि, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस जैसे जिम्मेदार दल के नेता अवैध अतिक्रमणकारियों के पक्ष में खड़े हो रहे हैं और राज्य सरकार के कानूनी कर्तव्यों को बाधित कर रहे हैं।”
वहीं कांग्रेस पार्टी का दावा है कि असम सरकार गरीब और अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बना रही है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, “भाजपा सरकार इंसानियत को रौंद रही है। लोगों के घर बिना पुनर्वास योजना के तोड़े जा रहे हैं।”
लेकिन भाजपा नेताओं और स्थानीय संगठनों का कहना है कि जिन लोगों को हटाया गया है, वे सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से रह रहे थे और उन्हें कई बार चेतावनी दी गई थी।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। राज्य सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है और चेतावनी दी है कि कोई भी कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी ।