बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने पति पारुपल्ली कश्यप से अलग होने की घोषणा
खेल जगत को चौंकाने वाली खबर, एक दशक से अधिक का रिश्ता समाप्त
- ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल ने पति पारुपल्ली कश्यप से अलग होने की घोषणा की।
- साइना ने इंस्टाग्राम पर भावुक पोस्ट शेयर कर दी निजी जानकारी।
- 7 साल की शादी के बाद दोनों ने आपसी सहमति से लिया ये फैसला।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 14 जुलाई: भारतीय बैडमिंटन की सबसे प्रसिद्ध जोड़ियों में से एक, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल और उनके पति पारुपल्ली कश्यप ने 7 साल के वैवाहिक जीवन के बाद अलग होने का फैसला किया है। साइना नेहवाल ने रविवार, 13 जुलाई 2025 को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक भावुक पोस्ट साझा कर इस खबर की पुष्टि की, जिसने पूरे खेल जगत और उनके प्रशंसकों को हैरान कर दिया है।
साइना ने अपनी पोस्ट में लिखा, “जिंदगी हमें कभी-कभी अलग-अलग दिशाओं में ले जाती है। बहुत सोच-विचार और आपसी सहमति के बाद, पारुपल्ली कश्यप और मैंने अलग होने का फैसला किया है। हम अपने और एक-दूसरे के लिए शांति, विकास और मानसिक रूप से स्वस्थ जीवन को प्राथमिकता दे रहे हैं। मैं साझा की गई यादों के लिए आभारी हूं और आगे के सफर के लिए कश्यप को शुभकामनाएं देती हूं। कृपया इस समय हमारी निजता का सम्मान करें और समझने के लिए धन्यवाद।” यह पोस्ट एक दशक से अधिक समय से चली आ रही उनकी दोस्ती, रिश्ते और फिर शादी के अंत का प्रतीक है।
बैडमिंटन कोर्ट से शुरू हुई थी प्रेम कहानी
साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप की प्रेम कहानी हैदराबाद में पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में शुरू हुई, जहां वे दोनों शुरुआती दिनों से ही एक साथ प्रशिक्षण ले रहे थे। कोर्ट पर एक-दूसरे के साथी और प्रतिद्वंद्वी होने के साथ-साथ, वे जीवन में भी एक-दूसरे के मजबूत स्तंभ बन गए थे। सालों की दोस्ती और रिश्ते के बाद, दोनों ने दिसंबर 2018 में शादी कर ली थी, जिससे वे भारतीय खेल जगत के सबसे प्रतिष्ठित जोड़ों में से एक बन गए।
साइना नेहवाल ने भारतीय बैडमिंटन को वैश्विक मंच पर पहुंचाया। वह 2012 के लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं और 2015 में विश्व रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला शटलर का खिताब भी अपने नाम किया। वहीं, पारुपल्ली कश्यप भी एक शीर्ष शटलर रहे हैं, जिन्होंने 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया।
कश्यप का कोच के रूप में साथ और आगे की राह
पारुपल्ली कश्यप ने 2024 की शुरुआत में पेशेवर बैडमिंटन से संन्यास ले लिया था और उसके बाद उन्होंने कोचिंग में कदम रखा। साइना के करियर के अंतिम चरणों में, कश्यप ने उनके कोच और मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाई, खासकर चोटों से जूझने के बाद उनकी वापसी के प्रयासों में। उनके संबंध में यह बदलाव पेशेवर तालमेल और व्यक्तिगत जुड़ाव का एक अनूठा उदाहरण था। हालांकि, अब उन्होंने अलग राहें चुनने का फैसला किया है।
इस अलगाव के कारणों को लेकर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन साइना की पोस्ट से स्पष्ट है कि यह निर्णय आपसी सहमति और भविष्य में शांति व व्यक्तिगत विकास को प्राथमिकता देने के लिए लिया गया है। पारुपल्ली कश्यप की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यह खबर निश्चित रूप से उनके प्रशंसकों के लिए दुखद है, लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय बैडमिंटन में जो योगदान दिया है, वह हमेशा याद रखा जाएगा। दोनों ही अपने-अपने तरीके से आगे बढ़कर अपने जीवन में सफल होने की कामना कर रहे हैं।