कांवड़ यात्रा 2025: नोएडा में 11 जुलाई से लागू होगा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान, जानें पूरा रूट मैप
कांवड़ियों की सुरक्षित और सुचारू आवाजाही के लिए नोएडा पुलिस ने जारी की विस्तृत एडवाइजरी
- कांवड़ यात्रा 2025 के मद्देनजर नोएडा में 11 जुलाई की रात 10 बजे से 25 जुलाई तक विभिन्न मार्गों पर यातायात प्रतिबंध और डायवर्जन लागू रहेगा।
- चिल्ला बॉर्डर से ओखला पक्षी विहार तक का मार्ग सभी वाहनों के लिए बंद रहेगा, जबकि कालिंदी कुंज पर भी कुछ लेन बंद की जाएंगी।
- दिल्ली, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ और मुरादाबाद की ओर जाने वाले भारी और व्यावसायिक वाहन मुख्य रूप से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) का उपयोग करेंगे।
समग्र समाचार सेवा
नोएडा, 11 जुलाई: सावन का पवित्र महीना शुरू होने वाला है और इसके साथ ही शिव भक्तों की वार्षिक कांवड़ यात्रा 2025 भी प्रारंभ हो जाएगी। इसी के मद्देनजर, गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) कमिश्नरेट पुलिस ने यातायात को सुचारू बनाए रखने और कांवड़ियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए व्यापक ट्रैफिक डायवर्जन प्लान की घोषणा की है। यह व्यवस्था 11 जुलाई, 2025 की रात 10 बजे से लागू होगी और 25 जुलाई, 2025 तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान नोएडा के कई प्रमुख मार्गों पर यातायात में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे, खासकर भारी और व्यावसायिक वाहनों के लिए।
नोएडा के प्रमुख रूट्स पर प्रतिबंध और वैकल्पिक मार्ग
कांवड़ यात्रा के दौरान, नोएडा के कई मुख्य मार्ग कांवड़ियों की आवाजाही के लिए आरक्षित रहेंगे या उन पर प्रतिबंध लागू होगा।
चिल्ला बॉर्डर से ओखला पक्षी विहार: यह मार्ग कांवड़ियों की सुरक्षित आवाजाही के लिए सभी प्रकार के वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा। कांवड़िए मुख्य रूप से इसी मार्ग से नोएडा में प्रवेश करते हैं।
कालिंदी कुंज मार्ग: ओखला पक्षी विहार और ओखला बैराज के बीच चार लेन में से दो लेन को सामान्य यातायात के लिए बंद किया जाएगा, ताकि कांवड़ियों को सुचारू रास्ता मिल सके। यह मार्ग दिल्ली और नोएडा के बीच एक प्रमुख लिंक है, अतः यहाँ भीड़भाड़ की संभावना रहेगी।
दिल्ली रेड लाइट से पहाड़ी विहार गेट: इस पूरे स्ट्रेच पर वाहनों की आवाजाही पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी।
मुख्य रूप से व्यावसायिक वाहनों के लिए डायवर्जन:
दिल्ली, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ और मुरादाबाद की ओर जाने वाले सभी भारी, मध्यम और हल्के मालवाहक वाहनों के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) को मुख्य वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है।
दिल्ली से आगमन: दिल्ली के रेड लाइट, डीएनडी फ्लाईओवर, आनंद विहार बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर (NH-24) और नोएडा बॉर्डर (NH-24) से गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ या मुरादाबाद की ओर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के माध्यम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) की ओर मोड़ दिया जाएगा।
कालिंदी कुंज से प्रवेश: कालिंदी कुंज से नोएडा एक्सप्रेसवे का उपयोग कर गाजियाबाद, हापुड़ या मुरादाबाद जाने वाले व्यावसायिक वाहनों को भी EPE का विकल्प चुनना होगा।
अलीगढ़, बुलंदशहर, सिकंदराबाद से: दादरी NH-91 के माध्यम से गाजियाबाद या दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को सीधे EPE पर भेजा जाएगा।
पारी चौक के माध्यम से: सिकंदराबाद या खुर्जा से दिल्ली की ओर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का उपयोग करने वाले भारी वाहनों को सिरसा गोल चक्कर से EPE पर डायवर्ट किया जाएगा।
यमुना एक्सप्रेसवे से: बुलंदशहर, सिकंदराबाद, अलीगढ़, हापुड़ और मुरादाबाद से यमुना एक्सप्रेसवे का उपयोग करने वाले वाहनों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए EPE पर स्विच करना होगा।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश और तैयारी
नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे इन तिथियों के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और यात्रा करने से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी की जांच कर लें। किसी भी असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और धैर्य बनाए रखें।
छूट: एम्बुलेंस, आवश्यक और खराब होने वाले सामान ले जाने वाले वाहनों तथा सरकारी कार्यों में लगे वाहनों को इन प्रतिबंधों से छूट दी गई है।
सुरक्षा और प्रबंधन: कांवड़ यात्रा के सुचारू और सुरक्षित संचालन के लिए गौतमबुद्ध नगर में एक समर्पित ‘कांवड़ सेल’ का गठन किया गया है। नोएडा एंट्री गेट (सेक्टर 14ए) पर एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित है। पड़ोसी राज्यों के साथ वास्तविक समय में समन्वय के लिए एक अंतर-राज्यीय व्हाट्सएप समूह भी बनाया गया है।
सुविधाएं: कांवड़ मार्गों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, डिजिटल साइनबोर्ड और दिशा संकेतक लगाए गए हैं। साथ ही, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, चिकित्सा सहायता और साफ-सफाई की व्यवस्था भी की गई है।
गाजियाबाद और दिल्ली में भी दिखेगा असर
नोएडा के पड़ोसी जिलों गाजियाबाद और दिल्ली में भी कांवड़ यात्रा के कारण यातायात प्रतिबंध लागू होंगे। गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) 19 से 23 जुलाई तक पांच दिनों के लिए सामान्य यातायात के लिए बंद रहेगा, जिससे NH-9 पर दबाव बढ़ेगा। गाजियाबाद में भारी वाहनों के लिए 11 जुलाई से, जबकि हल्के वाहनों के लिए 19 जुलाई से डायवर्जन शुरू हो जाएगा। दिल्ली में भी कांवड़ मार्गों पर मांस और शराब की दुकानें बंद रहेंगी, और कई रूट्स पर डायवर्जन किए जाएंगे।
इन सभी व्यवस्थाओं का प्राथमिक उद्देश्य लाखों शिव भक्तों को अपनी पवित्र यात्रा को सुरक्षित और निर्बाध रूप से पूरा करने में मदद करना है, साथ ही आम जनता को कम से कम परेशानी हो, यह सुनिश्चित करना भी है।