सावन के पहले दिन CM योगी ने किया रुद्राभिषेक, लोक कल्याण की कामना
गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर में CM योगी ने की विशेष पूजा-अर्चना, प्रदेश में सुख-शांति और अच्छी बारिश की प्रार्थना
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के पहले दिन, शुक्रवार 11 जुलाई 2025 को गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर में रुद्राभिषेक किया।
- उन्होंने भगवान शिव का दूध, जल, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाकर पूजन किया और लोक कल्याण, शांति तथा समृद्धि की कामना की।
- यह आयोजन उनकी आध्यात्मिक परंपरा का हिस्सा है और इसके बाद उन्होंने कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की।
समग्र समाचार सेवा
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश, 11 जुलाई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरखपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने आज, सावन मास के पहले शुक्रवार को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से रुद्राभिषेक किया। उन्होंने भगवान शिव को दूध, जल, बेलपत्र, धतूरा और अन्य पूजन सामग्री अर्पित की, और पूरे प्रदेश व देश की जनता के कल्याण, सुख-शांति तथा समृद्धि के लिए प्रार्थना की। यह अनुष्ठान सीएम योगी की आध्यात्मिक दिनचर्या का एक अभिन्न हिस्सा है, जिसे वे हर साल सावन के महीने में पूरी निष्ठा के साथ संपन्न करते हैं।
रुद्राभिषेक का धार्मिक महत्व और अनुष्ठान
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान रुद्राभिषेक का विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है। मान्यता है कि रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह के समय यह अनुष्ठान मंदिर के शक्तिपीठ में स्थित शिव मंदिर में किया। उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ भगवान शिव का अभिषेक किया, जिसके बाद हवन और आरती की गई। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में अच्छी बारिश की कामना भी की, जो किसानों और सामान्य जनजीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह उनका नियमित आध्यात्मिक अभ्यास है, जो उनके मुख्यमंत्री के दायित्वों के साथ-साथ एक संत के रूप में उनकी पहचान को भी दर्शाता है।
सीएम योगी की दिनचर्या और जनता दर्शन
रुद्राभिषेक के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित अन्य मंदिरों का भी भ्रमण किया और पूजा-अर्चना की। इसके उपरांत, उन्होंने मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में जनता दर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकारियों को उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम उनके नियमित दिनचर्या का हिस्सा है, जिसमें वह जनता से सीधे जुड़कर उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते हैं।
कांवड़ यात्रा और कानून व्यवस्था की समीक्षा
सावन का महीना होने के कारण कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक के बाद प्रदेश में कांवड़ यात्रा की तैयारियों और कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ियों की सुरक्षा, सुविधाओं और उनके मार्गों पर किसी भी प्रकार की बाधा न आए। मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि पूरे सावन मास के दौरान प्रदेश में शांति और सद्भाव का माहौल बना रहे, और धार्मिक आयोजनों में किसी प्रकार की खलल न पड़े। उनकी प्राथमिकता रहती है कि सभी धार्मिक पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हों।
गोरखनाथ मंदिर की भूमिका और सीएम का संदेश
गोरखनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश में आस्था का एक बड़ा केंद्र है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके पीठाधीश्वर भी हैं। वे अपनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद नियमित रूप से मंदिर आते रहते हैं और धार्मिक तथा सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। रुद्राभिषेक के माध्यम से उन्होंने न केवल अपनी आस्था प्रकट की, बल्कि प्रदेश की जनता को भी एक सकारात्मक संदेश दिया। उनका यह कदम आध्यात्मिक मूल्यों के साथ सुशासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को सावन के पहले शुक्रवार की शुभकामनाएं भी दीं और उनसे भाईचारे व सौहार्द के साथ पर्व मनाने की अपील की।