गुजरात में बड़ा हादसा: वडोदरा-आणंद को जोड़ने वाला पुल ध्वस्त, कई वाहन नदी में गिरे
महिसागर नदी पर स्थित गंभीरा पुल टूटा, क्षेत्र में मचा हड़कंप, रेस्क्यू टीमें सक्रिय
- गुजरात में वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला गंभीरा पुल आज अचानक टूट गया।
- पुल टूटने से कई गाड़ियां महिसागर नदी में समा गईं, जबकि एक टैंकर पुल पर लटका रहा।
- स्थानीय प्रशासन मौके पर मौजूद, बड़े पैमाने पर बचाव कार्य जारी है।
समग्र समाचार सेवा
वडोदरा, 9 जुलाई: गुजरात में आज सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण पुल अचानक ढह गया। यह पुल, जिसे गंभीरा पुल के नाम से जाना जाता है और पादरा इलाके में महिसागर नदी पर बना है, सुबह के समय ही ध्वस्त हो गया। पुल के टूटते ही उस पर से गुजर रहे कई वाहन नदी में जा गिरे, जिससे इलाके में अफरा-तफरी और हड़कंप मच गया।
सुबह का भयानक हादसा: नदी में गिरे कई वाहन
यह हादसा उस समय हुआ जब दिन की शुरुआत हो रही थी और कई लोग अपने दैनिक कार्यों के लिए आवाजाही कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुल का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे पुल पर मौजूद छोटी-बड़ी गाड़ियां, जिनमें कारें और दोपहिया वाहन शामिल थे, सीधे महिसागर नदी में जा गिरीं। शुरुआती जानकारी के अनुसार, नदी में गिरे वाहनों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह कई हो सकती है। एक बड़ा टैंकर भी पुल के ढहने के दौरान उसके एक सिरे पर खतरनाक ढंग से लटका हुआ दिखाई दिया, जिससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई। यह स्थिति किसी और बड़े हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन सौभाग्य से वह पुल से नीचे नहीं गिरा।
राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी
हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन तुरंत हरकत में आया। पुलिस, आपदा प्रबंधन टीमें और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए हैं। बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया है। नदी में गिरे लोगों और वाहनों का पता लगाने और उन्हें बाहर निकालने के लिए गोताखोरों और विशेष उपकरणों की मदद ली जा रही है। एम्बुलेंस और मेडिकल टीमें भी घटनास्थल पर तैनात हैं ताकि घायलों को तुरंत सहायता प्रदान की जा सके। चूंकि पुल एक नदी पर बना था और वाहनों के साथ लोगों के भी नदी में गिरने की आशंका है, इसलिए बचाव अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है। प्रशासन ने आसपास के लोगों से घटनास्थल से दूर रहने और बचाव कार्य में बाधा न डालने की अपील की है।
पुल की स्थिति और संभावित कारण
यह गंभीरा पुल, वडोदरा और आणंद जैसे दो महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ने वाली एक प्रमुख कड़ी था। यह इलाका यातायात के लिए काफी व्यस्त रहता है। फिलहाल, पुल के ढहने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। क्या यह पुल पुराना था और उसकी संरचना कमजोर हो गई थी? क्या हाल की किसी प्राकृतिक आपदा या भारी बारिश ने पुल को नुकसान पहुंचाया था? या फिर इसके पीछे कोई अन्य तकनीकी या निर्माण संबंधी खामी थी? इन सभी सवालों के जवाब जांच के बाद ही मिल पाएंगे। सरकार ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और इंजीनियरों की एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है ताकि पुल के ढहने के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
यातायात और जनजीवन पर असर
पुल के ढहने से वडोदरा और आणंद के बीच सड़क संपर्क प्रभावित हुआ है। यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ दिया गया है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दुर्घटना का स्थानीय जनजीवन और व्यापार पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि यह पुल दैनिक आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण था। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करने और पुल की मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए कदम उठाएगा। इस दुखद घटना ने देश में बुनियादी ढांचों की सुरक्षा और रखरखाव पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।