पटना: प्रमुख व्यापारी और BJP नेता गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या

गांधी मैदान के पास घर लौटते समय बाइक सवार बदमाशों ने कारोबारी को मार दी गोली, मौके पर मौत

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समग्र समाचार सेवा
पटना, 5 जुलाई: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार रात 4 जुलाई को एक सनसनीखेज हत्याकांड हुआ है। प्रमुख व्यापारी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता गोपाल खेमका को अज्ञात हमलावरों ने उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी।

घटना का समय और स्थान

घटना शुक्रवार रात करीब 11 बजे गांधी मैदान थाना क्षेत्र में हुई। गोपाल खेमका अपने घर ‘ट्विन टावर’ सोसाइटी में लौट रहे थे जब बाइक सवार हमलावरों ने उन पर गोली चलाई।

हत्या की परिस्थितियां

हत्या गांधी मैदान पुलिस स्टेशन क्षेत्र में ‘पनाचे’ होटल के पास हुई। गोपाल खेमका घर जाते समय हमलावरों के निशाने पर आए। प्रारंभिक पुलिस जांच से पता चला है कि हमलावरों ने तब हमला किया जब गोपाल खेमका अपने निवास ट्विन टावर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार, खेमका की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस की जांच और सबूत

पटना के पुलिस अधीक्षक (SP) दीक्षा ने ANI से कहा, “4 जुलाई की रात करीब 11 बजे हमें सूचना मिली कि व्यापारी गोपाल खेमका को गांधी मैदान के दक्षिण क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।” “घटनास्थल को सुरक्षित कर लिया गया है, और आगे की जांच जारी है… एक गोली और एक खोखा बरामद किया गया है।”

गोपाल खेमका का परिचय

62 वर्षीय गोपाल खेमका एक प्रसिद्ध व्यापारी और BJP नेता थे। वे बिहार के जाने-माने उद्योगपति थे और मगध अस्पताल के मालिक भी थे। खेमका का व्यापारिक साम्राज्य काफी बड़ा था और वे राजनीतिक रूप से भी सक्रिय थे।

पारिवारिक त्रासदी का इतिहास

गोपाल खेमका का बेटा गुंजन खेमका भी तीन साल पहले हत्या का शिकार हुआ था। यह परिवार के साथ होने वाली दूसरी बड़ी त्रासदी है, जिससे हत्या के पीछे के कारणों को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस हत्या ने तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया को जन्म दिया है, जिसमें नेताओं ने बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार सरकार की आलोचना की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए, यादव ने घटनास्थल की तस्वीरें पोस्ट कीं और लिखा, “बिहार में जंगल राज चरम पर है। एक प्रमुख उद्योगपति, गोपाल खेमका को राज्य की राजधानी में गांधी मैदान के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई! सरकार को शर्म से मर जाना चाहिए!”

बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था

यह घटना बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था की ओर इशारा करती है। राज्य में अपराधियों का बढ़ता साहस चिंताजनक है, खासकर जब प्रमुख व्यापारी और राजनीतिक व्यक्तित्व भी सुरक्षित नहीं हैं।

जांच की दिशा

पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की है। घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। हत्या के मकसद को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।

व्यापारिक समुदाय में दहशत

इस घटना से पटना के व्यापारिक समुदाय में दहशत का माहौल है। व्यापारी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और सरकार से बेहतर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

गोपाल खेमका की हत्या न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है बल्कि बिहार की कानून व्यवस्था की नाकामी को भी दर्शाती है। यह घटना राज्य सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती है और तत्काल कार्रवाई की मांग करती है।

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