पीएम मोदी ने घाना की संसद को संबोधित किया: लोकतंत्र और विकास पर जोर

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
अकरा, घाना, 4 जुलाई:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को अफ्रीकी दौरे के तहत घाना की संसद को संबोधित किया। यह अवसर दोनों देशों के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को रेखांकित करता है। अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने लोकतंत्र, विकास, और वैश्विक सहयोग पर जोर दिया, साथ ही भारत और अफ्रीका के बीच ऐतिहासिक संबंधों को भी उजागर किया।

लोकतंत्र के साझा मूल्य

पीएम मोदी ने घाना को अफ्रीका के सबसे स्थिर और जीवंत लोकतंत्रों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि भारत और घाना दोनों ही लोकतंत्र के सिद्धांतों में दृढ़ विश्वास रखते हैं और इन्हीं मूल्यों ने दोनों देशों को करीब लाया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं है, बल्कि यह भागीदारी, समावेशिता और प्रगति का एक माध्यम है।

विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण

प्रधानमंत्री ने घाना के विकास में भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में घाना के साथ भारत की साझेदारी का उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत, घाना की विकास यात्रा में एक विश्वसनीय भागीदार रहा है और भविष्य में भी सहयोग जारी रहेगा। उन्होंने क्षमता निर्माण, कौशल विकास और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जिससे घाना के लोगों को सशक्त बनाया जा सके।

वैश्विक मंच पर सहयोग

अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधारों की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अफ्रीका को वैश्विक संस्थानों में उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। भारत और घाना जैसे विकासशील देशों को वैश्विक चुनौतियों, जैसे जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी से निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने ‘ग्लोबल साउथ’ (वैश्विक दक्षिण) की आवाज़ को मजबूत करने की बात कही।

भारत-अफ्रीका संबंध: एक ऐतिहासिक बंधन

पीएम मोदी ने भारत और अफ्रीकी देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को याद किया। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अफ्रीका के साथ खड़ा रहा है, और यह रिश्ता केवल सरकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों से लोगों के बीच का संबंध है। उन्होंने अफ्रीका को 21वीं सदी के विकास का इंजन बताया और विश्वास व्यक्त किया कि भारत-अफ्रीका साझेदारी वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

घाना की संसद में पीएम मोदी का संबोधन उनके अफ्रीकी दौरे का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था, जो भारत की ‘एक्ट अफ्रीका’ नीति को दर्शाता है। इस दौरे से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.