अमरनाथ यात्रा 2025: महादेव के भक्तों का पहला जत्था रवाना, जयकारों से गूंज उठा जम्मू
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए उमड़े लाखों भक्त, सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच शुरू हुई पवित्र यात्रा।
समग्र समाचार सेवा
जम्मू, 2 जुलाई: हर हर महादेव के जयघोष के साथ, जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा 2025 का श्रीगणेश हो चुका है। शिवभक्तों का पहला जत्था बुधवार, 2 जुलाई 2025 को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हो गया है। इस वर्ष की यात्रा कई मायनों में खास है, खासकर सुरक्षा और सुविधाओं के लिहाज़ से।
महादेव के दर्शन को उत्सुक भक्त
बुधवार सुबह 5 बजे, 3,500 से अधिक श्रद्धालुओं का पहला जत्था उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने के बाद पवित्र यात्रा पर निकला। इन भक्तों के 3 जुलाई 2025 की शाम तक 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा में पहला दर्शन करने की उम्मीद है। भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है और वे ‘बम बम भोले’ के जयकारों से पूरे वातावरण को भक्तिमय बना रहे हैं।
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को बेहद पुख्ता किया गया है। पिछले साल के पहलगाम आतंकी हमले और “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद, प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है। इस साल 581 से अधिक अर्धसैनिक बलों की कंपनियों को तैनात किया गया है, जिनमें सीआरपीएफ, एसएसबी और आईटीबीपी के जवान शामिल हैं। यह संख्या पिछले साल की 514 कंपनियों से कहीं अधिक है।
हाई-टेक निगरानी और आधुनिक तकनीक
सुरक्षाकर्मी हाई-टेक कैमरों, चेहरे की पहचान करने वाले कैमरों, ड्रोन, स्नाइपर डॉग्स और बम निरोधक दस्तों का उपयोग कर रहे हैं। पूरे यात्रा मार्ग पर संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह तकनीकी निगरानी भक्तों को एक सुरक्षित और निर्बाध यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी।
पंजीकरण में उत्साह और सुविधा
इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिला है। 3.30 लाख से अधिक भक्तों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है, और 4,000 से अधिक भक्तों ने काउंटरों से टोकन प्राप्त किए हैं। पहलगाम और बालटाल मार्गों से प्रतिदिन 15,000 तीर्थयात्रियों को दर्शन की अनुमति दी जा रही है। इसके अलावा, भक्तों की सुविधा के लिए मौके पर भी पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिससे अधिक से अधिक लोग बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकें।
अंतिम विचार: एक दिव्य अनुभव
अमरनाथ यात्रा केवल एक तीर्थयात्रा नहीं है, बल्कि यह आस्था, साहस और प्रकृति के साथ एकात्म होने का एक दिव्य अनुभव है। सुरक्षा के मजबूत घेरे और सुविधाओं के साथ, लाखों भक्त अब बाबा बर्फानी के दर्शन कर अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकेंगे। यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विविधता और आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाती है।