कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप : TMC नेताओं ने पार्टी को संकट में डाला

टिप्पणियों के कारण TMC सरकार संकट में

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समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 30 जून -कोलकाता के प्रतिष्ठित साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इस गंभीर घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेताओं — सांसद कल्याण बनर्जी और विधायक मदन मित्रा — की विवादास्पद टिप्पणियों ने पार्टी को गहरे संकट में डाल दिया है।

पुलिस ने 27 जून को इस घटना में तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक मुख्य आरोपी — मनोजीत मंडल — तृणमूल की छात्र इकाई से जुड़ा पूर्व छात्र नेता बताया गया है। गिरफ्तारी के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस खुद को इस आरोपी से अलग बताने में जुट गई है। पार्टी के प्रवक्ताओं ने स्पष्ट किया कि आरोपी का पार्टी से अब कोई संबंध नहीं है।

हालांकि, इस गंभीर प्रकरण के बीच कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा की टिप्पणियों ने आग में घी का काम किया है। जहां एक ओर पूरा समाज पीड़िता के समर्थन में खड़ा है और न्याय की मांग कर रहा है, वहीं इन वरिष्ठ नेताओं के बयान पीड़िता की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाने वाले माने जा रहे हैं।

कल्याण बनर्जी ने इस घटना को लेकर हल्के-फुल्के अंदाज़ में बयान दिया, जिसे सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना झेलनी पड़ी। वहीं मदन मित्रा ने भी ऐसी टिप्पणी की, जो मामले की गंभीरता को कमतर आंकती प्रतीत हुई। पार्टी के अंदर भी इन बयानों को लेकर असंतोष है।

पार्टी नेतृत्व इन टिप्पणियों से असहज महसूस कर रहा है। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से किसी भी नेता के खिलाफ आधिकारिक अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई है।

इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। भाजपा और वाम दलों ने पार्टी पर “बलात्कारियों को संरक्षण देने” का आरोप लगाया है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

जहां एक ओर यह मामला कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है, वहीं तृणमूल कांग्रेस की छवि और चुनावी रणनीति पर भी इसका असर पड़ सकता है।

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