गुजरात में मॉनसून का कहर: सूरत में बाढ़ जैसे हालात, जनजीवन अस्त-व्यस्त
भारी बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट
समग्र समाचार सेवा
अहमदाबाद, 26 जून: गुजरात में मॉनसून ने विकराल रूप ले लिया है, खासकर सूरत में। पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
सूरत में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
पिछले सात सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए, सूरत में सिर्फ 24 घंटों में 346 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस भीषण बारिश के कारण सड़कों पर नदियां बहने लगी हैं, जिससे शहर के कई निचले इलाके और रिहायशी कॉलोनियां पानी में डूब गई हैं। लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे वे अपने घरों में ही फंसकर रह गए हैं।
जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
भारी जलभराव के कारण सूरत में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर की सड़कें तालाबों में तब्दील हो गई हैं, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। दफ्तर जाने वाले लोग, छात्र और आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
राहत और बचाव कार्य जारी
स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन, NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें सक्रिय हो गई हैं। वे बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं। कई जगहों पर नावों का इस्तेमाल कर लोगों को बचाया जा रहा है।
IMD की चेतावनी: आगे भी जारी रहेगी बारिश
मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक मॉनसून के सक्रिय रहने का अनुमान लगाया है। IMD ने चेतावनी दी है कि सूरत के साथ-साथ वलसाड और नवसारी जैसे ज़िलों में भी भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी है।