समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 24 जून: मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार ने जबरदस्त तेजी के साथ सप्ताह की शुरुआत की। सुबह 3:30 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के बाद निवेशकों की भावना में बड़ा बदलाव आया। वैश्विक तनाव कम होने की उम्मीदों और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने बाजार को नई रफ्तार दी।
बीएसई सेंसेक्स 1015 अंकों की बढ़त के साथ 82,912 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 300 अंक चढ़कर 25,280 के पार निकल गया। यह तेजी पूरे बाजार में दिखी—बैंकिंग, मेटल, ऑटो, रियल्टी, और आईटी सेक्टर्स में निवेशकों ने जमकर खरीदारी की।
सेक्टोरल परफॉर्मेंस: सरकारी बैंकों का जलवा
सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयरों में मजबूती दर्ज की गई। अडानी पोर्ट्स सबसे बड़ा गेनर रहा, जिसमें 4% की तेजी आई। टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1-3% की बढ़त देखी गई। वहीं, सिर्फ NTPC, BEL और ट्रेंट मामूली नुकसान के साथ बंद हुए।
सरकारी बैंकिंग इंडेक्स ने 2.38% की छलांग लगाई, जबकि मेटल (2.03%), ऑटो (1.66%), रियल्टी (1.19%), आईटी (1.14%) और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (1.18%) ने भी शानदार प्रदर्शन किया।
बाजार को रफ्तार देने वाले चार प्रमुख कारण
- ईरान-इजरायल सीजफायर की घोषणा:
ट्रंप की घोषणा के बाद भू-राजनीतिक तनाव कम हुआ, जिससे वैश्विक निवेशकों का भरोसा लौटा। - कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट:
ब्रेंट क्रूड 1.8% गिरकर $67.17 प्रति बैरल पर पहुंच गया, जिससे भारत जैसे तेल आयातक देश को राहत मिली। - एफआईआई की जबरदस्त खरीदारी:
सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ₹5,591.77 करोड़ की शुद्ध खरीदारी की। इससे बाजार में स्थिरता और उत्साह दोनों लौटे। - आरबीआई की नीतिगत नरमी:
इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए प्रोविजनिंग नियमों में ढील देने से बैंकिंग शेयरों को सपोर्ट मिला, जिससे बाजार को नया संबल मिला।