समग्र समाचार सेवा
मुम्बई, 24 जून: गौतम अदाणी ने हाल की वार्षिक आम बैठक में कहा कि अमेरिकी न्याय विभाग तथा अमेरिका की एसीसी ने अदाणी ग्रीन एनर्जी पर आरोप लगाए थे। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि अदाणी समूह के किसी भी व्यक्ति पर एफसीपीए (विदेशी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) का उल्लंघन करने या न्यायिक प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप नहीं लगा था। उन्होंने कहा,
“हमने कानूनी प्रक्रियाओं में पूर्ण सहयोग किया है और हमारा शासन वैश्विक मानकों पर आधारित है।”
पश्चिम एशिया में तनाव, ऊर्जा-रिलायंस की चुनौती
अदाणी समूह के चेयरमैन ने यह भी बताया कि मध्य-पूर्व में जारी तनाव का सीधा असर वैश्विक ऊर्जा बाजार और रसद प्रणाली पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि हालात के बीच यूरोपीय अर्थव्यवस्था डगमगा रही है, लेकिन भारत अपनी मंज़िल की ओर बेख़ौफ़ आगे बढ़ रहा है।
यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि अदाणी ग्रुप वैश्विक आर्थिक हलचलों के बीच भारत की दृढ़ता पर भरोसा रखता है।
हाइफा पोर्ट में रणनीतिक उपस्थिति
उन्होंने समूह की वैश्विक विस्तार की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में हाइफा पोर्ट का उदाहरण दिया। 2023 में गैडोट ग्रुप के साथ गठजोड़ करके अदाणी पोर्ट्स ने इस्राइल के उत्तरी बंदरगाह में 70 % हिस्सेदारी खरीदी थी, जिसकी कीमत 1.2 अरब डॉलर थी।
गौतम अदाणी ने बताया कि यह पोर्ट वार्षिक कार्गो वॉल्यूम का लगभग 3 % भाग संभालता है और इस्राइल के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
बाधाओं के पार: अदाणी का विजय-वर्द्धन
हिंडनबर्ग रिपोर्ट और मुकदमों का उल्लेख करते हुए, अदाणी ने कहा, “हम बाधाओं से परे सपने देखने की हिम्मत रखते हैं।” उन्होंने अपने अनुपालन और पारदर्शिता के ढांचे पर जोर देते कहा,
“हमारी शासकीय प्रणाली, आंकड़े और परिणाम सभी यह साबित करते हैं। चुनौतियों के बीच हमने रिकॉर्ड राजस्व, अभूतपूर्व वृद्धि और ऐतिहासिक लाभ देखा है।”
1 अरब डॉलर का एयरपोर्ट निवेश: निवेशकों का विश्वास
अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने मुंबई एयरपोर्ट (MIAL) परियोजना के लिए वैश्विक निवेशकों से 1 अरब डॉलर वित्तपोषण जुटाया। यह डील अपोलो द्वारा प्रबंधित फंड्स और ब्लैकरॉक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड सहित अन्य संस्थागत निवेशकों के सहयोग से हुई।
इस सौदे को भारत की बुनियादी ढांचे में वैश्विक विश्वास का प्रमाण बताया गया है।