ईरान पर अमेरिका का स्ट्राइक: अमेरिका ने उड़ाए तीन परमाणु ठिकाने!
तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ता एक और कदम?
समग्र समाचार सेवा
वॉशिंगटन/तेहरान, 22 जून – अमेरिका ने रविवार को ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों – फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान – पर हवाई हमले कर वैश्विक राजनीति को झकझोर कर रख दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को “बहुत सफल” करार देते हुए चेतावनी दी कि यदि ईरान ने बदले की कोई कोशिश की तो उसका जवाब और भी “ज़्यादा ताकतवर” होगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह घोषणा वाइट हाउस से एक विशेष संबोधन में की, जिसमें उनके साथ उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ भी मौजूद थे। ट्रंप ने कहा, “हमने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला किया है – फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान। विशेष रूप से फोर्डो के भूमिगत यूरेनियम संयंत्र पर पूरी क्षमता से बम गिराए गए।”
ईरान की सरकारी मीडिया ने भी पुष्टि की कि फोर्डो साइट को दुश्मन की मिसाइलों ने निशाना बनाया है, हालांकि नुकसान का आकलन अभी जारी है।
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब इसराइल और ईरान के बीच युद्ध अपने दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर चुका है। शुक्रवार को दोनों देशों ने एक-दूसरे पर मिसाइलें दागीं थीं। उधर, जिनेवा में ईरान और यूरोपीय देशों के बीच हुई चार घंटे की बैठक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दो टूक कहा, “ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करने तक सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी, चाहे अमेरिका साथ दे या नहीं।”
ट्रंप ने इस फैसले से पहले घोषणा की थी कि वह बातचीत के लिए दो सप्ताह का समय दे रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने साफ कर दिया है कि अमेरिका सीधे युद्ध में शामिल हो गया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अगर ईरान ने अमेरिका पर जवाबी हमला किया, तो उसे आज की रात से कहीं ज़्यादा भयंकर शक्ति का सामना करना पड़ेगा।”
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने जिनेवा में कहा कि “जब तक इसराइली हमले बंद नहीं होते, हम किसी भी कूटनीति पर विचार नहीं करेंगे।”
इस बीच उपग्रह चित्रों में ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों के स्पष्ट प्रमाण सामने आए हैं। अमेरिकी रक्षा सूत्रों के अनुसार, हमलों में F-35 और B-2 जैसे स्टील्थ बमवर्षकों का प्रयोग किया गया।
दुनिया भर की निगाहें अब इस पर टिकी हैं कि क्या ईरान बदले में कोई कदम उठाएगा या हालात और ज़्यादा विस्फोटक बनेंगे।
मुख्य बिंदु:
अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान परमाणु ठिकानों पर हमला किया
ट्रंप ने कहा – “शांति का वक्त अब भी है, लेकिन अगली कार्रवाई और भी बड़ी होगी”
ईरान ने चेताया – “इसराइल की आक्रामकता रुके बिना कोई बातचीत नहीं”
इसराइल ने कहा – “हम तब तक रुकेंगे नहीं, जब तक खतरा पूरी तरह खत्म नहीं होता”
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यह घटनाक्रम पश्चिम एशिया को पूर्ण युद्ध की कगार पर ले जा सकता है – और अब सिर्फ एक गलत क़दम इस पूरे क्षेत्र को आग में झोंक सकता है।