समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19 जून :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बुधवार को एक महत्वपूर्ण टेलीफोनिक बातचीत हुई। विदेश सचिव विक्रम मिसरी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यह बातचीत राष्ट्रपति ट्रम्प के अनुरोध पर हुई और इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें आतंकवाद और भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शामिल था।
आतंकवाद: भारत के लिए अब ‘वास्तविक युद्ध’
पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को स्पष्ट रूप से बताया कि भारत अब आतंकवाद को ‘छद्म युद्ध’ नहीं, बल्कि ‘वास्तविक युद्ध’ मानता है। यह बयान आतंकवाद के प्रति भारत के कड़े रुख को दर्शाता है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस खतरे से निपटने के लिए एकजुट होने का आह्वान करता है।
पहलगाम आतंकी हमले पर ट्रम्प ने जताई संवेदना
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस घटना पर पीएम मोदी के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। यह उनकी ओर से आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में समर्थन का प्रतीक है।
ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान से संघर्ष विराम
पीएम मोदी ने ट्रम्प को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह समझौता इस्लामाबाद के अनुरोध पर हुआ था। मिसरी के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रम्प ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी पीएम मोदी से बात की थी और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन व्यक्त किया था। यह ट्रम्प और मोदी के बीच दूसरी बातचीत थी, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विस्तृत चर्चा हुई।
जी-7 शिखर सम्मेलन में नहीं हो पाई मुलाकात
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की मुलाकात जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान होनी तय थी, लेकिन राष्ट्रपति ट्रम्प के अमेरिका जल्दी लौटने के कारण यह मुलाकात नहीं हो सकी। इसी के चलते राष्ट्रपति ट्रम्प के अनुरोध पर यह टेलीफोनिक बातचीत हुई, जो लगभग 35 मिनट तक चली।
भारत आने का निमंत्रण और ट्रम्प की स्वीकृति
पीएम मोदी ने क्वाड की अगली बैठक के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प को भारत आमंत्रित किया। राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए भारत आने की अपनी उत्सुकता व्यक्त की। मिसरी ने पुष्टि की कि ट्रम्प ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए अपना मजबूत समर्थन व्यक्त किया।