समग्र समाचार सेवा
कनैनिस्किस, 18 जून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा के कनैनिस्किस पहुंचे। इस महत्वपूर्ण वैश्विक मंच पर उन्होंने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जो भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय साख और कूटनीतिक सक्रियता को दर्शाता है। इन मुलाकातों में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी से हुई चर्चाएं प्रमुख रहीं।
इटली-भारत दोस्ती: मेलोनी और मोदी की गर्मजोशी भरी मुलाकात
कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच एक बार फिर गर्मजोशी भरी मुलाकात हुई। इस मुलाकात की एक तस्वीर स्वयं मेलोनी ने सोशल मीडिया पर साझा की, जिसमें उन्होंने भारत और इटली के मजबूत रिश्तों की सराहना की। मेलोनी ने लिखा, “इटली और भारत महान दोस्ती से जुड़े हुए हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने भी मेलोनी की बातों पर सहमति जताई और जवाब में कहा, “पीएम जॉर्जिया मेलोनी आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं। इटली के साथ भारत की दोस्ती मजबूत होती रहेगी, जो हमारे लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी।” यह संवाद दोनों देशों के बीच भविष्य में और गहरे होते संबंधों का संकेत देता है।
कनाडा में अन्य महत्वपूर्ण मुलाकातें
G7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने केवल मेलोनी से ही नहीं, बल्कि कई अन्य वैश्विक नेताओं से भी मुलाकात की। उन्होंने मंगलवार को कनाडा के कनैनिस्किस में दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं से अहम बातचीत की।
मैक्सिको के साथ साझेदारी: मोदी ने मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम पार्डो से मुलाकात की। यह दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक थी, जिसमें ‘ग्लोबल साउथ’ की प्राथमिकताओं सहित कई प्रमुख वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।
ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंध: प्रधानमंत्री ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज से भी मुलाकात की। मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ऑस्ट्रेलिया के अपने मित्र प्रधानमंत्री अल्बनीज से मिलकर अच्छा लगा।”
दक्षिण अफ्रीका और वैश्विक मुद्दे: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ अपनी बातचीत की एक तस्वीर साझा करते हुए मोदी ने खुशी जाहिर की। इन मुलाकातों के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने G7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं से महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने और ‘ग्लोबल साउथ’ की प्राथमिकताओं पर जोर देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
इन सभी मुलाकातों ने विभिन्न देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक मंच पर ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज को बुलंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।