इंदौर के राजा रघुवंशी हनीमून मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा—पत्नी सोनम और प्रेमी राज ने दोस्तों से कराई हत्या, मेघालय की घाटियों में रची गई थी साजिश
समग्र समाचार सेवा
शिलॉंग/इंदौर, 16 जून: इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की हनीमून के दौरान हुई हत्या के मामले में मेघालय पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पहले जहां इसे पैसों के लिए की गई सुपारी हत्या माना जा रहा था, अब पुलिस का कहना है कि यह हत्या पैसों के लिए नहीं, बल्कि दोस्ती के नाम पर की गई थी।
ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम के अनुसार, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाहा के साथ गिरफ्तार तीन युवक पेशेवर हत्यारे नहीं थे, बल्कि राज के करीबी दोस्त थे। “यह पारंपरिक सुपारी हत्या नहीं थी। राज के कहने पर उसके दोस्तों ने यह हत्या दोस्ती में की। उनमें से एक उसका चचेरा भाई भी है,” सिएम ने बताया।
पुलिस का कहना है कि राज ने अपने दोस्तों को हत्या के बदले केवल ₹50,000 लॉजिस्टिक खर्च के रूप में दिए, न कि हत्या की सुपारी के तौर पर।
गहरे षड्यंत्र और अजीब योजना
पुलिस के अनुसार, साजिश की शुरुआत फरवरी में इंदौर से हुई थी, जब राजा और सोनम की शादी 11 मई को तय हुई थी। शुरुआती योजना किसी अज्ञात महिला की हत्या कर सोनम की नकली मौत दिखाने की थी, ताकि वह गायब हो सके।
शादी के बाद दोनों मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) घूमने गए। 23 मई को दोनों लापता हो गए और 2 जून को राजा का शव वेसाउडोंग जलप्रपात की घाटी में मिला। 9 दिन बाद सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने पेश हुई।
जंगलों में हत्या, बुरका पहनकर भागी सोनम
हत्या की योजना पहले गुवाहाटी में थी, लेकिन नाकाम रहने पर सोनम ने शिलॉंग और फिर सोहरा जाने का सुझाव दिया। 23 मई को दोपहर 2:00 से 2:18 बजे के बीच वेसाउडोंग फॉल्स के पास राजा की हत्या की गई। विशाल, आकाश और आनंद ने उस पर धारदार हथियार से हमला किया जबकि सोनम वहीं मौजूद रही। बाद में शव को घाटी में फेंक दिया गया।
हत्या के बाद सोनम बुरका पहनकर मेघालय से भागी। वह टैक्सी से गुवाहाटी, फिर सिलीगुड़ी और कई बस-ट्रेन बदलकर बिहार होते हुए इंदौर पहुंची।
पुलिस की चालाकी और गिरफ्तारी
स्थानीय गाइड्स और पुलिस की छानबीन से मामले की कड़ियाँ जुड़ती गईं और आकाश की गिरफ्तारी के बाद सोनम को राज ने खुद को अपहरण पीड़िता दिखाने को कहा। लेकिन पुलिस ने उनकी योजना को भांप लिया।
सभी पांच आरोपियों को आठ दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है और पुलिस का दावा है कि 90 दिन के भीतर पूरी चार्जशीट दाखिल की जाएगी।