अमेरिका में सियासी हिंसा का तांडव: महिला नेता और पति की गोली मारकर हत्या, दूसरा नेता भी निशाना; देशभर में हड़कंप
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15 जून: संयुक्त राज्य अमेरिका एक बार फिर सियासी हिंसा की चपेट में है। मिनेसोटा में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहाँ एक अमेरिकी राजनेता और उनके पति की कथित तौर पर राजनीतिक मकसद से की गई हत्या कर दी गई। इसके अलावा, एक अन्य राजनेता और उनकी पत्नी को भी निशाना बनाया गया है, जिससे देश में हड़कंप मच गया है और राजनीतिक हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
मिनेसोटा में दोहरा हमला: दो नेताओं पर निशाना
यह दुखद घटना मिनेसोटा में हुई, जहाँ राज्य प्रतिनिधि मेलिसा हॉर्टमैन और उनके पति की उनके घर पर हुए हमले में हत्या कर दी गई। यह चौंकाने वाली खबर देश भर में फैल गई है। इसी घटना में, राज्य सीनेटर जॉन हॉफमैन और उनकी पत्नी भी घायल हो गए, हालांकि उनके बचने की उम्मीद है। दोनों राजनेता मिनेसोटा डेमोक्रेटिक-फार्मर-लेबर पार्टी के सदस्य थे, जिससे इस हमले के राजनीतिक मकसद को और बल मिला है।
हत्यारा पुलिस अधिकारी बनकर आया: देशभर में तलाशी अभियान
अधिकारियों ने इस जघन्य अपराध के मुख्य संदिग्ध, 57 वर्षीय वैंस बोल्टर की तलाश तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि बोल्टर कथित तौर पर एक पुलिस अधिकारी के भेष में आया था और उसने इस हमले को अंजाम दिया। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे बोल्टर के करीब न जाएं, क्योंकि उसे सशस्त्र और खतरनाक माना जा रहा है। देशभर में उसकी तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
राजनीतिक हिंसा पर गंभीर चिंताएं
यह घटना अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक ध्रुवीकरण और हिंसा के बढ़ते चलन पर गंभीर चिंताएं पैदा करती है। अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं ने इस हमले की व्यापक निंदा की है, और राजनीतिक हिंसा को समाप्त करने का आह्वान किया है। यह घटना दर्शाती है कि कैसे राजनीतिक असहमति अब व्यक्तिगत दुश्मनी और शारीरिक हिंसा में बदल रही है, जो किसी भी लोकतांत्रिक समाज के लिए एक खतरनाक संकेत है।
अमेरिका में हाल के वर्षों में राजनीतिक भाषणों में कटुता बढ़ी है, और यह हिंसा उसी का परिणाम मानी जा रही है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और राजनीतिक नेताओं से आह्वान किया है कि वे शांति और संवाद को बढ़ावा दें, ताकि ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके। यह देखना बाकी है कि इस घटना के बाद अमेरिकी समाज और राजनीति में क्या बदलाव आते हैं।