असम के धुबरी में सांप्रदायिक तनाव के बाद धारा 163 लागू: शांति बनाए रखने की अपील

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समग्र समाचार सेवा

गुवाहाटी, 10 जून: असम के धुबरी शहर में सोमवार को सांप्रदायिक तनाव बढ़ने के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, एक मंदिर के पास कथित तौर पर मांस फेंके जाने के विरोध में दिनभर प्रदर्शन हुए, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

धुबरी में क्या हुआ?

रविवार को धुबरी में एक मंदिर के पास कथित तौर पर गौमांस का एक टुकड़ा मिलने के बाद से ही तनाव का माहौल था। इसके विरोध में सोमवार को भीड़ ने धुबरी मजिस्ट्रेट कॉलोनी और न्यू मार्केट के पास सब्जी विक्रेताओं और ई-रिक्शा चालकों पर हमला कर दिया। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

प्रशासन ने लगाए प्रतिबंध

जिला मजिस्ट्रेट दिबाकर नाथ ने बीएन एसएस की धारा 163 के तहत आदेश जारी करते हुए कहा कि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और अगले आदेश तक बने रहेंगे। उन्होंने कहा, “मेरे संज्ञान में लाया गया है कि सांप्रदायिक तनाव, दंगे के जोखिम, हिंसक विरोध प्रदर्शन आदि के कारण धुबरी पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों में शांति भंग होने की संभावना है।”

इसके तहत, धुबरी शहर क्षेत्र में सभी दुकानों और बाजारों को बंद रखने का आदेश दिया गया है और किसी भी सार्वजनिक स्थान पर पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। किसी भी प्रकार की रैली, जुलूस, बैठक या प्रदर्शन के आयोजन पर भी सख्त रोक लगा दी गई है। हालांकि, आपातकालीन सेवाओं की आवाजाही को इन प्रतिबंधों से छूट दी गई है।

जिला मजिस्ट्रेट की शांति की अपील

रिपोर्टरों से बात करते हुए दिबाकर नाथ ने कहा, “मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं, घबराने और भावुक होने की कोई जरूरत नहीं है। सभी को घर के अंदर रहना चाहिए और एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पूर्ण कर्फ्यू नहीं होगा, लेकिन एक तरह का ‘सेमी-कर्फ्यू’ रहेगा, जिसमें सभी दुकानें और बाजार बंद रहेंगे। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और एक समुदाय से दूसरे समुदाय का सम्मान करने का आग्रह किया।

जिला प्रशासन ने रविवार को ही हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच बैठकें आयोजित की थीं और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया था।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का बयान

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा था कि शनिवार को ईद के मौके पर कई जगहों पर कथित तौर पर अवैध रूप से पशुओं का वध किया गया और मांस के टुकड़े राज्य भर में कई स्थानों पर फेंके गए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में विभिन्न स्थानों से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।

धुबरी में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य और केंद्रीय एजेंसियों से पर्याप्त बल जुटाए गए हैं और उन्हें पूरे शहर में तैनात किया गया है। प्रशासन स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है और सभी से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहा है।

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