समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली, 8 जून : परंपरागत भारतीय विज्ञान एवं वैश्विक स्तर पर उसके प्रसार में उनके विशिष्ट योगदान के मद्देनजर वरिष्ठ पत्रकार एवं विश्व मीडिया रणनीतिकार डॉ. कुमार राकेश को तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित पंचगव्य विद्यापीठम का मानद प्रो-वाइस-चांसलर (अंतरराष्ट्रीय विकास) नियुक्त किया गया है ।वर्तमान उप-कुलपति और पूर्व केंद्र सरकार के सचिव, डॉ. कमल तायोरी, आईएएस (सेवानिवृत्त) ने औपचारिक रूप से नियुक्ति-पत्र जारी करते हुए कहा कि डॉ. राकेश का गहन संलिप्तता भारतीय पारंपरिक विज्ञानों में और उनका वैश्विक दृष्टिकोण उन्हें संस्थान का आदर्श प्रतिनिधि बनाता है।
नियुक्ति की पृष्ठभूमि: डॉ. राकेश ने करियर की शुरुआत से ही पत्रकारिता, साहित्य, राजनीतिक विश्लेषण और ब्रॉडकास्टिंग के क्षेत्र में लगभग 35 वर्षों तक सक्रिय भूमिका निभाई है। इन वर्षों में उनका योगदान निम्नलिखित है :
भारत में 9 टीवी न्यूज़ चैनलों के निर्माण में भूमिका 50 से अधिक देशों में रिपोर्टिंग और पत्रकारिता का अनुभव राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पत्रकारिता और संचार में पुरस्कार प्राप्ति व वर्तमान में, वे ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज़ ग्रुप और समग्र भारत मीडिया ग्रुप के संपादकीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं, जो नई दिल्ली से संचालित होता है और 18 देशों में अपनी पहुँच रखता है ।
नई भूमिका एवं दायित्व :
पंचगव्य विद्यापीठम की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, डॉ. राकेश को निम्नलिखित कार्यभार सौंपे गए हैं ;
- भारत और विदेशों में पंचगव्य शिक्षा एवं चिकित्सा पद्धति को लोकप्रिय बनाना
- अनुसंधान पहल का समर्थन, संस्थागत सहयोग का विस्तार
- राष्ट्रीय और वैश्विक मंचों में विद्यापीठम का प्रतिनिधित्व
यह एक मानद (आनंदनात्मक) भूमिका है, जो डॉ. राकेश की संस्कृति-आधारित एवं स्वराष्ट्रकाव्य स्वस्थ्य शिक्षा के लिए समर्पित प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
संस्थान का उद्देश्य: कांचीपुरम के गुरुकुलीय विश्वविद्यालय, पंचगव्य विद्यापीठम का मुख्य उद्देश्य गाय के पंच उत्पाद (दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर) पर आधारित परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को आधुनिक विज्ञान से जोड़कर समग्र स्वास्थ्य एवं सतत् जीवन शैली को बढ़ावा देना है ।
डॉ. राकेश का पत्रकारिता में अनुभव और ग्लोबल मीडिया में उनकी पहुँच पंचगव्य विद्यापीठम को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध हो सकती है। संस्थान पारंपरिक ज्ञानों को वैश्विक मंच तक पहुँचाने के लिए सशक्त संवाद, मीडिया रणनीति एवं वैश्विक नेटवर्किंग को महत्व देता आया है।
डॉ. कुमार राकेश की नियुक्ति न केवल उनके व्यक्तिगत काम और प्रतिबद्धता की पहचान है, बल्कि यह संकेत भी देती है कि पंचगव्य विद्यापीठम भारतीय विज्ञानों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के प्रयास में तेजी से आगे बढ़ रहा है। डॉ. राकेश के मार्गदर्शन की उम्मीदों के साथ, विद्यापीठम अपने उद्देश्य—“गौमाँ से निरोगी भारत”—को साकार करने की दिशा में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है।