समग्र समाचार सेवा नई दिल्ली, 7 जून:कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फिर से भारतीय लोकतंत्र में ‘चोरी’ का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ का गंभीर आरोप लगाया है। शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व ट्विटर) पर एक विस्तृत ओप-एड पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा — “कैसे चुराया जाता है चुनाव?”
राहुल गांधी ने इस पोस्ट में चरणबद्ध तरीके से समझाया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कथित रूप से लोकतंत्र की ‘हत्या’ कैसे की गई। उन्होंने इसे “डेमोक्रेसी की चोरी का ब्लूप्रिंट” कहा और दावा किया कि यही मॉडल अब बिहार चुनाव में लागू करने की तैयारी की जा रही है।
राहुल गांधी के मुख्य आरोप
- ईवीएम में छेड़छाड़: राहुल गांधी ने कहा है कि कई संवेदनशील सीटों पर ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ की गई और फर्जी मतगणना के जरिए नतीजे बदले गए।
- प्रशासनिक दखल: उनका आरोप है कि चुनाव आयोग के कुछ अधिकारियों पर दबाव बनाया गया और जो अधिकारी निष्पक्ष थे, उन्हें हटा दिया गया।
- न्यायपालिका पर सवाल: राहुल गांधी ने पूछा कि आखिर भारत के मुख्य न्यायाधीश को चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति समिति से क्यों हटा दिया गया? उन्होंने इसे संवैधानिक संतुलन को खत्म करने की साजिश बताया।
- बिहार अगला निशाना: उन्होंने कहा कि बीजेपी अब बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसी “मैच फिक्सिंग मॉडल” को लागू करने जा रही है।
भाजपा की प्रतिक्रिया
बीजेपी ने राहुल गांधी के आरोपों को हास्यास्पद और तथ्यहीन बताया है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि राहुल गांधी हर चुनावी हार को साजिश बताकर जनादेश का अपमान करते हैं।
विश्लेषण
राहुल गांधी का यह बयान निश्चित रूप से राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा करेगा। चुनाव आयोग की निष्पक्षता, न्यायपालिका की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की पारदर्शिता जैसे अहम मुद्दे अब बहस के केंद्र में हैं। अगर उनके आरोप सही साबित होते हैं, तो यह भारतीय लोकतंत्र की नींव के लिए खतरे की बड़ी चेतावनी हो सकती है।