समग्र समाचार सेवा इस्तांबुल 3 जून –02 जून को इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता का आयोजन हुआ, जो यूक्रेन द्वारा रूस के पांच सैन्य अड्डों पर ड्रोन हमले के बावजूद समय पर संपन्न हुआ। रूस की ओर से वार्ता में भाग ले रहे प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेदिन्स्की ने एक विस्तृत ज्ञापन तुर्की के मध्यस्थों को सौंपा, जिसमें युद्धविराम और शांति स्थापना से जुड़ी शर्तों का उल्लेख किया गया है।
रूस ने अपने ज्ञापन को दो हिस्सों में बांटा है – पहला भाग स्थायी शांति के उपायों से संबंधित है जबकि दूसरा भाग वास्तविक युद्धविराम के लिए कदम सुझाता है। साथ ही, रूस ने यूक्रेन को 6,000 सैनिकों के शव लौटाने का वादा किया है ताकि उन्हें सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार दिया जा सके।
मुख्य प्रस्तावों में शामिल हैं:
- गंभीर रूप से घायल व बीमार युद्धबंदियों की “सभी के बदले सभी” आधार पर अदला-बदली।
- 25 वर्ष से कम आयु के युवाओं की विशेष अदला-बदली योजना।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में दो से तीन दिन का अल्पकालिक युद्धविराम।
- युद्ध में मारे गए सैनिकों के शवों को ईसाई परंपरा के अनुसार सम्मानपूर्वक सौंपने का प्रस्ताव।
- स्थायी चिकित्सीय आयोगों का गठन।
- यूक्रेनी बच्चों के मुद्दे पर तथ्यात्मक स्थिति स्पष्ट करना।
रूस ने दावा किया कि उसे अब तक कथित अपहृत बच्चों की जो सूची दी गई है, उसमें सिर्फ 339 नाम हैं। इनमें से 101 बच्चों को उनके परिवारों से मिला दिया गया है और 22 बच्चे यूक्रेन को लौटाए जा चुके हैं। मेदिन्स्की ने कहा कि बच्चों के तथाकथित अपहरण को यूक्रेन ने एक “मीडिया शो” में बदल दिया है, जबकि वास्तव में सभी बच्चों को बचाया गया और सुरक्षित स्थानों पर रखा गया।
रूस ने आश्वासन दिया है कि हर बच्चा अपने परिवार से फिर मिलेगा और यह प्रक्रिया उसके लिए “सम्मान का विषय” है।